AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इशारा करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष में संघर्ष विराम के लिए दबाव बनाने की गुजारिश की है. ओवैसी की अपील बढ़ती हिंसा के बीच आई है, जिसके नतीजे में फिलिस्तीनी नागरिकों को जान-माल का नुकसान हुआ है और वे विस्थापित हो रहे हैं.
तेलंगाना के निजामाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “मोदी जी नेतन्याहू को समझाओ, सीजफायर करो, 12-15 लाख फिलिस्तीनी बेघर हो गए. मगर मैं देखा हूं उनके हौसलों को, उस सरजमीं पर बसने वाले मौत से डरने वाले नही हैं.” उन्होंने आगे इजरायली पीएम की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि अगर एक फिलिस्तीनी बच्चा भी रहेगा, तो वो पत्थर उठाकर कहेगा- अल्लाहु अकबर.
बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 के बाद इजरायल के हमलों में अब तक बच्चों सहित हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. हमास के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, महिलाओं और बच्चों सहित करीब 41,000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं.
VIDEO | "I urge PM Modi to ask Israeli PM Benjamin Netanyahu to push for ceasefire (in West Asia). Though 12-15 lakh Palestinians have lost their homes, they are not afraid of death," said AIMIM president Asaduddin Owaisi (@asadowaisi), while addressing a public gathering in… pic.twitter.com/eCH7Wx7yLx
— Press Trust of India (@PTI_News) October 6, 2024
हमास ने फिर किया हमला?
इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि रविवार को उत्तरी गाजा से दक्षिणी इजरायल में रॉकेट दागे गए, जो हमास के 7 अक्टूबर के हमले की पहली वर्षगांठ से ठीक एक दिन पहले तनाव में फिर से बढ़ोतरी को दर्शाता है. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, “उत्तरी गाजा पट्टी से इजरायली इलाके में कई प्रोजेक्टाइल्स की पहचान की गई. एक प्रोजेक्टाइल को रोक दिया गया और बाकी खुले क्षेत्रों में गिरे.”
इजरायल पिछले साल हमास के लड़ाकुओं द्वारा किए गए हमले की सालगिरह की तैयारी कर रहा है, लेकिन इसकी सेना हाई अलर्ट पर है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल और हमास के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया, जबकि रविवार को दुनिया भर में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और गाजा में खून-खराबे को रोकने की मांग की. लगभग 40,000 प्रदर्शनकारियों ने दिन की शुरुआत में मध्य लंदन में मार्च किया और गाजा में हिंसा को रोकने की मांग की. पेरिस, रोम, मनीला, केप टाउन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में भी इसी तरह के फिलिस्तीन के सपोर्ट में प्रदर्शन हुए.
वाशिंगटन में, प्रदर्शनकारी गाजा और लेबनान में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के लिए अमेरिकी समर्थन के प्रति अपना विरोध जताने के लिए व्हाइट हाउस के पास इकट्ठा हुए. इस बीच, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में, प्रदर्शनकारियों ने इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध की मांग करते हुए बैनर पकड़े हुए थे और नारे गाजा, लेबनान के सपोर्ट में नारे लगा रहे थे.