Vayam Bharat

5 साल बाद ब्रिक्स समिट में मिले मोदी-जिनपिंग, 45 मिनट हुई बातचीत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस दौरे पर हैं. बुधवार को पीएम ने कजान में ब्रिक्स समिट को संबोधित किया. ब्रिक्स की बैठक के बाद पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. पांच साल बाद मोदी-जिनपिंग के बीच वार्ता हुई. दोनों नेताओं के बीच किन मुद्दों पर बातचीत हुई, अभी तक इसकी जानकारी नहीं दी गई है. कुछ ही देर में विदेश मंत्रालय इस पर प्रेस ब्रीफिंग करके जानकारी दे सकता है. मोदी-जिनपिंग के बीच ये बैठक ऐसे समय हुई जब एक दिन पहले ही भारत-चीन ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अपनी सेनाओं द्वारा गश्त के समझौते पर सहमति जताई है. चार साल से चल आ रहे इस गतिरोध को खत्म करने की दिशा में इसे बड़ी सफलता माना जा रहा है.

Advertisement

इससे पहले 11 अक्टूबर 2019 को पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात हुई थी. 2014 से 2019 के बीच पीएम मोदी और जिनपिंग की 18 बार मुलाकात हुई है. ये वो मौके थे जब मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई थी. 18 सितंबर 2014 को जिनपिंग भारत आए थे. इसके बाद 14 मई 2015 को पीएम मोदी चीन गए थे.

2019 में महाबलीपुरम में हुई थी मुलाकात

फिर 4-5 सितंबर 2016 को चीन में G20 समिट हुई थी. इसमें दोनों की मुलाकात हुई थी. इसके बाद 8-9 जून 2017 को SCO की बैठक में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई थी. फिर 26 अप्रैल 2018 में चीन के वुहान में और 11 अक्टूबर 2019 में महाबलीपुरम में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी.

हालांकि, नवंबर 2022 में मोदी और जिनपिंग ने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति की ओर जी-20 नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक-दूसरे का अभिवादन किया. पिछले साल अगस्त में भी प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स समिट में जोहानिसबर्ग में अनौपचारिक बातचीत की थी.

कजान में मुलाकात से पहले कैसे बना सकारात्मक माहौल?

  • एलएसी पर दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ.
  • भारत-चीन पहले की स्थिति बहाल करने पर राजी.
  • तनाव के बावजूद बातचीत का सिलसिला जारी रहा.
  • बातचीत के जरिए विवादों को सुलझाया गया.
  • चीन ने अपना नया राजदूत भारत भेजा.
  • चीन के नए राजदूत ने भारत की तारीफ की.
  • चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत की प्रशंसा की.
  • वीजा और व्यापार से जुड़े मामले में राहत दी गई.
Advertisements