भारतीय क्रिकेट टीम को लीड्स टेस्ट में इंग्लैंड के हाथों 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी. इस मुकाबले में भारतीय टीम 371 रनों के टारगेट को डिफेंड नहीं कर सकी थी. टेस्ट क्रिकेट इतिहास में इंग्लिश टीम का ये दूसरा सबसे बड़ा चेज रहा. जीत के साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. सीरीज का दूसरा मुकाबला बुधवार (2 जुलाई) से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जाना है.
शमी ने गेंदबाजों को सुनाई खरी-खरी
लीड्स टेस्ट मैच में भारतीय टीम की करारी हार के बाद तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का रिएक्शन सामने आया है. शमी इस टेस्ट में भारत की गेंदबाजी से खफा नजर आए हैं. लीड्स टेस्ट मैच में भारतीय गेंदबाजों ने दोनों पारियों में 4.5 से ज्यादा की रनरेट से रन खर्च किए. भारतीय गेंदबाजों में केवल जसप्रीत बुमराह ही प्रभावी दिखे.
मोहम्मद शमी ने कहा कि बाकी भारतीय गेंदबाजों को जसप्रीत बुमराह से सीखना चाहिए और उन्हें मैदान में पूरा सपोर्ट करना चाहिए. बुमराह ने पहली पारी में पांच विकेट लिए, लेकिन दूसरी पारी में इंग्लिश गेंदबाजों ने इस स्टार गेंदबाज के खिलाफ कोई जोखिम नहीं लिया, जिसके चलते वो कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए.
मोहम्मद शमी ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘गेंदबाजी में बाकी भारतीय गेंदबाजो को बुमराह से बात करनी चाहिए और उनसे सीखना चाहिए. उनके साथ योजना बनानी चाहिए और उनका सपोर्ट करना चाहिए. अगर वे बुमराह का साथ देंगे, तो हम आसानी से मैच जीत सकते हैं. अगर मैं पहले मैच की बात करूं, तो मुझे लगता है कि गेंदबाजी में हमें थोड़ी मेहनत करने की जरूरत है.’
मोहम्मद शमी का मानना है कि शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा जो विकेट्स लिए, उसका इस मैच पर कोई खास असर नहीं पड़ा क्योंकि तब तक इंग्लैंड पूरी तरह हावी हो चुका था. शमी ने जोर देकर कहा कि नई गेंद से विकेट लेना बेहद जरूरी होता है.
शमी कहते हैं, ‘शार्दुल और प्रसिद्ध ने दूसरी पारी में दो-दो विकेट लिए. लेकिन जब शार्दुल ने दो बल्लेबाजों को आउट किया, तब तक मैच भारत की पहुंच से दूर निकल चुका था. हमें नई गेंद से विकेट लेने की जरूरत है. उन्हें बुमराह का साथ देना होगा. इंग्लैंड ने पहला टेस्ट इसलिए जीता क्योंकि हमने बहुत आसानी से रन दिए. हमें अपनी गेंदबाजी को मजबूत करने का तरीका खोजना होगा.’
शमी इस वजह से हैं टेस्ट सीरीज से बाहर
बता दें कि मोहम्मद शमी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने टीम की घोषणा करते वक्त बताया था कि शमी इस सीरीज के लिए पूरी तरह फिट नहीं हैं. शमी की गैरमौजूदगी में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को पहली बार टेस्ट टीम में जगह बनाने का मौका मिला. अर्शदीप पहले टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग-11 में जगह नहीं बना सके, लेकिन अगले मुकाबले में उनके खेलने की संभावना दिख रही है.