लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस की हार के कारणों की समीक्षा के लिए कांग्रेस हाईकमान की गठित मोइली कमेटी 27 जून के बाद छत्तीसगढ़ पहुंच सकती है. प्रदेश के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली की अगुवाई में बनी कमेटी हार पर मंथन करेगी.
इस बार देश भर में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा, लेकिन छत्तीसगढ़ में करारी हार का सामना करना पड़ा.कमेटी इसकी समीक्षा करेगी। प्रदेश के 11 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस ने केवल एक सीट पर ही जीत दर्ज की है.
प्रदेश प्रभारी समेत सीनियर नेताओं से चर्चा
प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट समेत राज्य के बड़े नेताओं से लेकर प्रत्याशियों और पदाधिकारियों से मोइली कमेटी चर्चा करेगी. प्रदेश में खराब प्रदर्शन के कारणों पर चर्चा के साथ ही जमीनी तथ्य भी जुटाएगी. कमेटी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेगी. जमीनी कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करेगी.
राज्य स्तर की समीक्षा टली
राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से बनाई गई कमेटी के बाद प्रदेश स्तरीय समीक्षा फिलहाल टल गई है. पार्टी के सीनियर नेता समेत निचले स्तर के कार्यकर्ता तक चाहते हैं कि समीक्षा बैठक प्रदेश स्तरीय हो, ताकि स्थानीय नेताओं के साथ यहां के मुद्दों पर खुलकर बात हो सके.
27 जून के बाद कमेटी का दौरा
केन्द्रीय नेतृत्व की ओर से बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के 27 जून के बाद ही छत्तीसगढ़ पहुंचने के आसार हैं. पार्टी नेताओं की माने तो इस महीने के अंतिम दिनों या जुलाई माह में ही इस कमेटी का दौरा होगा. यह कमेटी सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इस आधार पर ही छत्तीसगढ़ के मामले में आगामी कोई निर्णय होगा.
दौरे के बाद चुनावी तैयारियों में जुटेगी कांग्रेस
इधर, प्रदेश में अब उपचुनाव और नगरीय निकाय के चुनाव होने है. चर्चा है कि कमेटी की बैठक के बाद पार्टी अपनी चुनावी तैयारियों में जुटेगी. यही वजह है कि समीक्षा की मांग नेताओं से ज्यादा निचले स्तर के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कर रहे हैं.
तीन महीने से कार्यकारिणी की बैठक नहीं
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से संगठनात्मक गतिविधियों में भी ठहराव आ गया है. बीते तीन माह से प्रदेश कार्यकारिणी की कोई बैठक तक नहीं हुई है. चुनिंदा बड़ी घटनाओं पर ही एक-दो धरना प्रदर्शन हुए हैं.