केरल में तय समय से पहले मानसून पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ में 8 जून तक इसकी एंट्री हो सकती है। ये पिछले पांच सालों में सबसे जल्दी है। बता दें कि प्रदेश में मानसून की एंट्री बस्तर के रास्ते होती है। नॉर्मल डेट्स की बात करें तो बस्तर में मानसून 13 जून तक पहुंचता है।
लेकिन इस बार करीब 5 दिन पहले ही पहुंचने की संभावना है। इस बीच मौसम विभाग ने बस्तर संभाग के जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बाकी जिलों में यलो अलर्ट है। ये स्थिति अगले तीन से चार दिनों तक रहेगी। प्रदेश में पिछले 4 दिनों में 2000 मिलीमीटर पानी बरस चुका है।
जशपुर में 50 मिमी बरसा पानी
वहीं पिछले 24 घंटे की बात करें तो प्रदेश में 350 मिमी से अधिक बारिश हुई है। सबसे ज्यादा 50 मिमी बारिश जशपुर नगर में हुई है। तापमान की बात करें तो सबसे अधिक तापमान 36.9°C बिलासपुर और कम 22.2°C तापमान दुर्ग का रहा।
बारिश की रफ्तार लगातार हो उतार-चढ़ाव
पिछले चार दिन में बारिश की रफ्तार भी फ्लकचुएट होती रही है। जहां शुक्रवार को अलग-अलग जिलों के 30 से ज्यादा इलाकों में बारिश हुई थी। शनिवार को सिर्फ 12 इलाकों में ही हुई। इसके बाद रविवार को अलग-अलग जिलों के 50 से ज्यादा इलाकों में पानी गिरा। लेकिन सोमवार को सिर्फ 17 इलाकों तक ही बारिश सिमट गई।
बारिश कम-ज्यादा लेकिन तापमान में खास बदलाव नहीं
वहीं पिछले दो दिनों के तापमान की बात की जाए तो 25 मई 2025 को प्रदेश का अधिकतम तापमान लगभग 34.4°C था। वहीं 26 मई को यह घटकर 34.1°C हो गया।
अब जानिए, आज किस जिले में कितनी बारिश होगी
मौसम विभाग के मुताबिक आज 8 जिलों के अधिकांश, 7 जिलों के कुछ और बाकी बचे जिलों के कई जगहों पर बारिश हो सकती है।
- इन जिलों में बारिश की संभावना कोरिया, राजनांदगांव, खैरागढ़, कबीरधाम, बेमेतरा, दुर्ग, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, सक्ती, रायगढ़, सारंगढ़, बिलासपुर, जांजगीर–चांपा, बिलासपुर, बलौदाबाजार, गौरेला, कोरबा, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, दंतेवाड़ा।
- इन 7 जिलों के कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना बालोद, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही, मुंगेली
- इन 8 जिलों के अधिकांश स्थानों पर बारिश के चांस गरियाबंद, मोहला-मानपुर कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर।
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गरज-चमक, बिजली और ओला गिरने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- गड़गड़ाहट सुनने के बाद घर के अंदर जाए या सुरक्षित पक्के आश्रय में रहें ।
- अगर कोई आश्रय उपलब्ध नहीं है तो तुरंत उखडू बैठ जाएं।
- पेड़ों के नीचे न ठहरें।
- बिजली लाइन से दूर रहें।
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।