छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इससे एक दिन पहले कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। यह बैठक शाम 4 बजे से रायपुर स्थित राजीव भवन में शुरू हो चुकी है। बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत कर रहे हैं। इस बैठक में सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति तय की जाएगी।
बैठक से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया को बताया कि विधानसभा का मानसून सत्र कांग्रेस के लिए बेहद अहम है। उन्होंने कहा कि बैठक में सत्र की रणनीति तैयार की जाएगी और जनता से जुड़े हर महत्वपूर्ण विषय को सदन में पूरी ताकत से उठाया जाएगा।
कांग्रेस का फोकस सड़क से सदन तक विरोध
बैज ने कहा कि आज प्रदेश के किसान परेशान हैं, युवा बेरोजगार हैं, नकली शराब बिक रही है, अवैध उत्खनन हो रहा है, गरीबों के मकान तोड़े जा रहे हैं और उद्योगपतियों के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं। ऐसे तमाम मुद्दों को हम प्रमुखता से उठाएंगे।
बैज ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस केवल सदन में नहीं, बल्कि सड़क पर भी जनता की आवाज़ बनेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी रणनीति बनाकर योजनाबद्ध तरीके से भाजपा सरकार को घेरने का काम करेगी।
जनता की हर पीड़ा को मुखरता से उठाएंगे
बैज ने कहा कि मानसून सत्र को लेकर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की अगुवाई में आज बैठक में कांग्रेस के विधायक रणनीति बनाएंगे। बैठक में कांग्रेस के सभी विधायक मौजूद रहेंगे और सत्र के सभी संभावित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
विधायकों ने लगाए 996 सवाल
5 दिनों के मानसून सत्र को लेकर विधायकों ने कुल 996 सवाल लगाए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि इस बार सदन में तीखी बहस और सरकार पर विपक्ष के तीखे हमले देखने को मिल सकते हैं। राज्य में भाजपा सरकार बने करीब डेढ़ साल हो चुके हैं और अब कांग्रेस इन 18 महीनों के दौरान हुई गड़बड़ियों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार के डेढ़ साल पूरे होने के बाद अब विपक्ष सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर जनता के मुद्दों को आक्रामक तरीके से उठाएगा। वहीं, सरकार भी अपने कामकाज को लेकर आंकड़ों और योजनाओं के जरिए विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की तैयारी में है।
प्रमुख मुद्दे जिन्हें कांग्रेस उठाएगी
- डीपीए और खाद और किसानों की समस्याएं
- युवाओं की बेरोजगारी
- नकली शराब की बिक्री
- अवैध रेत उत्खनन
- गरीबों के आवास तोड़ने की कार्रवाई
- उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के आरोप
- CGMSC से दवा खरीदी में गड़बड़ी
- शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण जैसे अन्य मुद्दे…