Uttar Pradesh: मुरादाबाद पीतल नगरी के नाम से पूरी दुनिया में अपनी पहचान बन चुका है पीतल और तांबे के उत्पादन देश विदेश तक एक्सपोर्ट किए जाते हैं, इस पीतल नगरी में हर दूसरे घर में पीतल का कारोबार होता है यहां के सभी धर्म के कारीगर बड़ी उत्साह और लगन के साथ अपने काम को अंजाम देते हैं दीपावली या फिर खास मौके पर यहां पर मूर्तियों की खास डिमांड समय पर बढ़ती रही है, इस बार महाकुंभ के मौके पर भी आस्था की डुबकी लगाने आ रहे श्रद्धालु पीतल नगरी की बनी हुई मूर्तियों को को काफी पसंद कर रहे हैं.
महाकुंभ सनातन धर्म की आस्था और परंपराओं का सबसे बड़ा उत्सव को देखते हुए प्रयागराज में इस पावन अवसर पर देशभर से करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचने लगे हैं त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी के लिए इस वर्ष करीब 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है. प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ के लिए पीतल नगरी में बन रही गंगा मैय्या की मूर्ति की भारी डिमांड के चलते कारीगरों को लगाकर डिमांड को पूरा कराया जा रहा है.
पीतल नगरी के कारोबारी का कहना है कि इस बार
मुरादाबाद के जैन मैटल के नाम से पीतल कारोबारी नमन जैन के अनुसार वो अभी तक हजारों मूर्तियां प्रयागराज भेज चुके है,और अभी भी डिमांड लगातार बढ़ रही है,सबसे ज्यादा डिमांड मगरमच्छ पर बैठी गंगा मैय्या की मूर्ति की आ रही है,,,इनके यहाँ 2 इंच से लेकर 6 फिट तक कि मूर्तियां तैयार करके भेजी जा चुकी इसके साथ-साथ कुंभ कलश,गंगाजली सहित अन्य पूजा का सामान भी भेजा जा रहा है,जैन ने बताया कि ग्राहकों की भीड़ लगातार संगम की नगरी में दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं. दुकानदारों का कहना है कि इस साल ग्राहक पीतल की मूर्तियों ज्यादा खरीद रहे हैं उसे लोग सबसे अधिक पसंद कर रहे,दुकानदारों का कहना है कि इस बार कारोबार बढ़ गया है गंगा मैया की कृपा हो रही है. लोग पीतल के डिजाइनदार मूर्ति अधिक खरीद रहे हैं.
मुरादाबाद का जैन मेटल वही है जिनके द्वारा तैयार की गई गंगा मैय्या की मूर्ति पिछले महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को सप्रेम भेंट की गई थी, इनके द्वारा अतिरिक्त कारीगर लगा कर मूर्तियां और पूजा का सामान तैयार कराया जा रहा है.