जसवंतनगर/इटावा : मलाजनी क्षेत्र में हाइवे किनारे स्थित एक ढाबे पर पुलिस ने छापेमारी कर 4 डंपरों को पकड़ा, जिनमें अवैध रूप से मौरंग की धुलाई की जा रही थी.मौरंग कारोबारी खदानों से सस्ती मौरंग डंपरों में लादकर यहां लाते हैं और अवैध तरीके से मौरंग को पानी की मोटी धार से धुलाई कराकर चमकदार बनाकर बाजार में चारगुना दामों में बेचकर बड़ा मुनाफा कमाते हैं.
क्षेत्राधिकारी नागेंद्र चौबे ने बताया कि यह कार्यवाही पुलिस टीम के साथ मिलकर की गई है.उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इसी तरह की छापेमारी कर कुछ दिनों पूर्व भी एक ढाबे से दो डंपरों को पकड़ा गया था और खनन अधिकारियों को बुलाकर जुर्माना वसूला गया था.
लेकिन शिकायत बार- बार मिल रही है कि यहां मलजोनी क्षेत्र में हाइवे किनारे चार-पांच ढाबो पर इस तरह का अवैध कार्य वदस्तूर किया जा रहा था.उन्होंने बताया कि इस अवैध कार्य को रोकने के लिए रात में आकर ढाबों पर छापेमारी की गई थी. आज सुबह होते ही यहां पर एक ढाबे पर एक साथ 4 डंपरों को पकड़ा गया.
उन्होंने कहा कि मौरंग को धोने के लिए हजारों लीटर पानी की बर्बादी होती है.जल दोहन के अलावा वातावरण भी दूषित होता है.पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया है कि पकड़े गए डंपरों के खिलाफ खनन अधिकारी व एआरटीओ आदि को बुलाकर जुर्माना लगाकर 3 लाख 25 हजार रुपये का वसूल कर पुलिस द्वारा सम्बंधित धाराओं में कार्यवाही करते हुए वाहनो को सीज किया गया है.
इसके अलावा कृषि सिंचाई के लिए विद्युत कनेक्शन लेकर नलकूप से मोरंग धोने का व्यावसायिक कार्य किया जा रहा है जिसमें सिंचाई के लिए विद्युत बिल में भारी छूट दी जाती है उसका दुरुपयोग किया जा रहा है , राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ी मात्रा में पानी फैलाकर सड़कों का नुकसान किया जा रहा है इसलिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा साथ ही जल दोहन के लिए भूगर्भ जल विभाग आदि विभागों को सूचित कर अन्य विभिन्न आरोपों में कानूनी कार्रवाई के लिये पहल की जाएगी.
बताया गया है कि यहां मानकों को दरकिनार कर यहां स्थित कुछ ढाबों में प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है.यहां मौरंग लदे डंपरों को धोने का काम किया जाता है. जिसमे मौरंग लादकर आए डंपरों की मौरंग को पानी से साफ किया जाता है.जिसके लिए बोरिंग कर पंपिंग सेट से पानी निकाला जाता है एक डंपर के मौरंग की धुलाई में करीब 2 घंटे का समय लगता है, और एक डंपर की ढुलाई के करीब 10 हजार लीटर पानी खर्च होता है.
जिससे लिए प्रति डंपर 8 सौ से लेकर एक हजार रुपये तक का चार्ज ढाबा संचालकों द्वारा लिया जाता है.हाईवे के किनारे चल रहे इस ढाबों पर लोडर गाड़ियों के आने से सड़क की जमीन धंस गई हैं.जिसके कारण लोडर गाड़ियां उसमे फंस भी जाती है.जिससे सड़क दुर्धटनाओं का खतरा मंडराता रहता है.