MP माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 में 1500 से ज्यादा निवेशक, CM मोहन यादव भी कटनी पहुंचे; कांग्रेस ने कहा- भाजपा का खनिज उत्सव

मध्यप्रदेश माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 का कटनी के अरिंदम होटल में शनिवार को औद्योगिक मंथन चल रहा है। मंच पर प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, खनिज विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक सोनी टंडन समेत अन्य अधिकारी एवं बड़े औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि मौजूद है। कांग्रेस ने इसे भाजपा का खनिज उत्सव बताया है।

इसमें बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल होने शाम करीब 4:30 बजे बजे कटनी पहुंचे। उनके साथ खजुराहो सांसद वीडी शर्मा भी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का हेलीपैड पर कमिश्नर धनंजय सिंह,आईजी प्रमोद कुमार वर्मा, डीआईजी अतुल सिंह, कलेक्टर दिलीप कुमार यादव और एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने गुलदस्ता भेंट कर अगवानी की। इसके अलावा, पूर्व राज्यमंत्री अलका जैन, पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव, पीतांबर टोपनानी, अश्विनी गौतम समेत नगर निगम के पार्षदों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव विषय-विशेषज्ञों और निवेशकों के साथ वन टू वन चर्चा करेंगे। कॉन्क्लेव में देशभर से कोल इंडिया लिमिटेड, अडाणी ग्रुप, एचसीएल समेत माइनिंग क्षेत्र के 1500 से ज्यादा निवेशक, नीति निर्माता शामिल हैं। कटनी जिले से ही 300 से ज्यादा उद्योगपति शामिल हैं। कॉन्क्लेव में मिनरल एवं माइनिंग से संबंधित विभिन्न सत्रों के दौरान बड़े पैमाने पर चर्चा हो रही है

इन सेक्टर पर होगी चर्चा

इसमें कोयला और ऊर्जा क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा हाइड्रोकार्बन, प्रौद्योगिकी प्रगति, क्रिटिकल मिनरल्स और चूना पत्थर एवं सीमेंट सेक्टर पर भी चर्चा होगी। कार्यक्रम में डिजिटल परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा, और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें खनन कार्यों में ऑटोमेशन के साथ एआई और मशीन लर्निंग के उपयोग पर चर्चा की जा रही है।

सरकार और प्रशासन को खनिज क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े और सबसे ज्यादा निवेश प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है। खनन क्षेत्र में दशकों से काम कर रहे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिन्दुस्तान कॉपर लि. (एचसीएल), मैंगनीज और इंडिया लि. (मॉइल), कोल इंडिया लि. (सीआईएल) और रेयर अर्थ इंडिया लि. (आरईआईएल) भी शामिल होंगी। कॉन्क्लेव स्थल पर प्रदेश की खनिज संपदा को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी भी लगाई गई है

रिसर्च और क्रिटिकल मिनरल्स में सहयोग की राह खुलेगी

कॉन्क्लेव में खनन और प्रौद्योगिकी में शोध के लिए टेक्समाइन आईआईटी, आईएसएम (धनबाद) और आईआईएसईआर (भोपाल) जैसे संस्थानों के साथ एमओयू किए जाएंगे। क्रिटिकल मिनरल्स में सहयोग बढ़ाने के लिए कोल इंडिया लिमिटेड के साथ भी एमओयू होगा। खनन क्षेत्र से जुड़े स्टार्टअप्स, खनिज संवर्धन संयंत्र और मशीनरी निर्माता कंपनियां भी आई हैं। पेट्रोकेमिकल और हाइड्रोकार्बन मिनरल की खोज और उत्खनन की संभावनाओं को भी निवेशकों के समक्ष रखा गया है।

केन्द्र में रहेगा डाउनस्ट्रीम उद्योगों का विकास

कॉन्क्लेव में खनन अपशिष्ट को मूल्यवान संसाधनों में बदलने, खनिजों का उपयोग कर डाउनस्ट्रीम उद्योगों का विकास सबके केन्द्र में रहेगा। देश भर से आने वाले निवेशक, नीति निर्माता तथा उद्योगपति और उनके तकनीकी विशेषज्ञ इस पर विचार रखेंगे। साथ ही, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए डिजिटल तकनीक के उपयोग, स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की जाएगी। उद्योग विशेषज्ञ खनिज-आधारित उद्योगों, बेनिफिशिएशन (खनिज संवर्धन) और उन्नत तकनीकों पर चर्चा करेंगे। कॉन्क्लेव में शामिल होने आ रहे केन्द्रीय खान मंत्रालय के अधिकारी और आइआइटी केविशेषज्ञ खनिज क्षेत्र तथा खनिज आधारित उद्योगों में तकनीक के उपयोग पर प्रकाश डालेंगे।

ये कंपनियां हो रहीं शामिल

कॉन्क्लेव में डायरेक्टर जनरल जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, चीफ कंट्रोलर ऑफ माइन्स इंडियन ब्यूरो ऑफ माइन्स नागपुर, सीएमडी एचसीएल, डायरेक्टर (फाइनेंस) एमईसीएल, बिजनेस डेवलपमेंट, एसईसीएल, डिपार्टमेंट ऑफ अर्थ एंड एनवायरमेंट साइंसेस, टेक्समिन, आईबीएम नागपुर, आई-एनर्जी, एलीटेक, एके एसयूनिसर्बिटी, डेलोइट, एचसीएल, रामनिक पॉवर एंड एलोयस, एमओआईएल, ऑनर विनमीर रिसोर्सेस प्रा.लि., सिंघाल बिजनेस प्रा.लि., लोहम, अडाणी सीमेंट, माइनवेयर एडवाइजर्स प्रा.लि., (माइनिंग एंड स्ट्रेटजिक प्रोजेक्ट) एरसेलोर मित्तल, डायरेक्टर महाकौशल रिफैक्टरीज जैसी नामी कंपनियां आ रही हैं।

निवेशकों को इसलिए लुभाएगा कटनी

कटनी में परिवहन और लॉजिस्टिक्स का मजबूत नेटवर्क है। यही कारण है कि निवेशकों व उद्योगपतियों को यह लुभाएगा। यह देश का प्रमुख रेलवे ट्रांजिट और लॉजिस्टिक्स हब है। यहां से पांच प्रमुख रेल मार्ग गुजरते हैं, जो इसे उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम भारत से जोड़ते हैं। सड़क परिवहन में भी जिले की बेहतर कनेक्टिविटी है, जहां से राष्ट्रीय राजमार्ग 30 और 43 गुजरते हैं, जो इसे उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराट्र जैसे राज्यों से जोड़ते हैं। हवाई यातायात के लिए निकटतम हवाई अड्डा 100 किलोमीटर दूर जबलपुर में है, जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा है।

तीन किलोमीटर में 19 जगह स्वागत

झिंझरी और आयोजन स्थल के तीन किलोमीटर मार्ग में 19 जगह मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत के लिए मंच सजाया गया है। पुलिस लाइन गेट के पास से, शहीद स्मारक के पीछे, यातायात थाने के पहले और बाद में, दद्दा घाम के सामने, वेल्डिंग दुकान के बगल से, मेडिकल दुकान के सामने, झिंझरी स्कूल, हनुमान मंदिर, लाइम सिटी स्कूल, बिलहरी मोड, होटल, कार शोरूम के सामने, मित्तल माॅल, हाॅस्पिटल के सामने, जिला पंचायत गेट, कलेक्ट्रेट, काली मंदिर और दिव्यांचल मैरिज गार्डन के सामने स्वागत होगा।

सिंघार बोले- माइनिंग पर लोकल कारोबारियों का हक

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि कॉन्क्लेव किसके लिए हो रहा है। स्थानीय बेरोजगारों को काम देने के लिए, प्रदेश के उद्यमियों के लिए या विदेशी कंपनियों को लीज देने के लिए? सिंघार आरोप लगाया कि माइनिंग से जुड़े मुद्दों पर सरकार चुप्पी साधे बैठी है। यह मोहन यादव सरकार की निर्ममता का परिचायक है।

सिंघार ने कहा कि सरकार को पहले यहां के डेढ़ हजार लोकल माइनिंग कारोबारियों के बारे में विचार करना चाहिए। इसके बाद ही बाहर की कंपनियों को लीज देने की सोचनी चाहिए, क्योंकि यह लोकल कारोबारियों का हक है। माइनिंग से जुड़े मुद्दों पर सरकार चुप्पी साधे बैठी है।

नेता प्रतिपक्ष ने डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड (DMA) पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में 13 हजार करोड़ की राशि जमा हुई, लेकिन यह पैसा उन लोगों के विकास पर खर्च नहीं हुआ जो खनन से प्रभावित हुए।

उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में खदानें हैं, वहां के लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हैं। उनके घर टूट रहे हैं और उन्हें जरूरी सुविधाएं तक नहीं मिल रही। सिंघार ने कहा- कटनी में हो रही माइनिंग कॉन्क्लेव नहीं बल्कि भाजपा का खनिज उत्सव है।

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