झाड़-फूंक के चक्कर में गई मां-2 बच्चों की जान:सोते समय कॉमन करैत सांप ने डसा; 5 घंटे बाद अस्पताल लेकर पहुंचे परिजन

बारां में झाड़-फूंक के चक्कर में मां और 2 बच्चों की मौत हो गई। तीनों को मंगलवार सुबह 5 बजे सोते समय कॉमन करैत सांप ने डस लिया था। चिल्लाने पर परिजन दौड़कर पहुंचे तो उनके मुंह से झाग निकल रहा था और सांस लेने में परेशानी हो रही थी।

इसके बाद परिजन तीनों को झाड़-फूंक के लिए एक स्थान पर ले गए थे, जहां उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। करीब 5 घंटे बाद परिजन तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। मामला शाहाबाद के केलवाड़ा थाना इलाके का है।

रक्षाबंधन पर बेटा-बेटी के साथ पीहर आई हुई थी महिला एसएचओ मान सिंह मीणा ने बताया- रमेश बलाई निवासी महोदरा की बेटी पिंकी (30) पत्नी ब्रजेश निवासी शिवपुरी (मध्य प्रदेश) रक्षाबंधन का त्योहार मनाने अपने पीहर आई हुई थी। सोमवार रात को पिंकी अपने बेटे प्रिंस (7) और बेटी नेहा (5) के साथ सो रही थी। मंगलवार सुबह करीब 5 बजे तीनों को जहरीले सांप ने डस लिया, जिससे तीनों की तबीयत बिगड़ने लगी।

उन्होंने बताया- तबीयत बिगड़ने पर तीनों चिल्लाने लगे तो आवाज सुनकर परिजन कमरे में पहुंचे तो तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। कमरे में देखा तो कॉमन करैत सांप दिखाई दिया। परिजनों ने लाठी से सांप को मार दिया। परिजन तीनों को केलवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया।

तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था रमेश बलाई ने बताया- बेटी और उसके 2 बच्चे रक्षाबंधन पर गांव आए हुए थे। इसको लेकर घर में खुशी का माहौल था। सोमवार रात को खाना खाने के बाद सभी लोग अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। सुबह करीब 5 बजे चिल्लाने की आवाज सुनकर मैं कमरे में पहुंचा तो तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। जहर के असर से तीनों को सांस लेने में परेशानी हो रही थी।

इलाज में देरी से गई मां-बच्चों की जान ग्रामीणों ने बताया- सांप ने सुबह 5 बजे तीनों को डसा थ। इसके बाद परिजन तीनों को झाड़-फूंक कराने के लिए सिरसौद स्थित एक स्थान पर ले गए थे। झाड़-फूंक के चक्कर में इलाज में देरी हो गई। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर सुबह करीब 10 बजे तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी।

रात को एक्टिव होता है कॉमन करैत सांप स्नेक कैचर जसवंत ने बताया- कॉमन करैत सांप दिन में शांत रहता है और रात को एक्टिव हो जाता है। शिकार की तलाश में निकल पड़ता है। यह सांप बेहद पतला और फुर्तीला होता है। इसका जहर कोबरा से भी 4 गुना घातक माना जाता है। इसलिए भारत में खतरनाक सांपों की श्रेणी में इसे पहले नंबर और कोबरा को दूसरे नंबर पर रखा गया है।

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