महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के खामगांव शहर के सुतलपुरा इलाके में जामोड़े परिवार के दो लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई. दरअसल, मलकापुर इलाके में निंबा देवी में देवता के दर्शन के लिए गए एक मां बेटी विश्वगंगा नदी में डूब गई. दोनों मां बेटी नदी की किनारे पैर धोने के लिए गई थी. इसी दौरान ये हादसा हो गया. मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों को बचाने की कोशिश की लेकिन बचा नहीं सके.
बुलढाणा जिले के नांदुरा ग्रामीण के अंतर्गत आने वाले निंबोला देवी में खामगांव निवासी 6 महिलाएं और 2 पुरुष विश्वगंगा नदी के तट पर पूजा करने गए थे. पूजा करने के बाद वे आज दोपहर 3 बजे मंदिर के बगल में विश्वगंगा नदी के किनारे गए थे. उस स्थान पर उनमें से एक, पूनम मयूर जामोड़े, उम्र 32 वर्ष, और उसकी बेटी आरोही मयूर जामोड़े, उम्र 5 वर्ष, को नदी के पानी का अंदाजा नहीं था और वे दोनों डूब गईं. उनके साथ मौजूद तीन अन्य महिलाएं भी उसी पानी में फिसल गई थीं, लेकिन उन्हें बचा लिया गया.
नदी में डूबने से मां-बेटी की गई जान
बचाई गई महिलाओं को आगे के इलाज के लिए मलकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दोनों मृतक माता और छोटी लड़की को पोस्टमार्टम के लिए मलकापुर के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है. मलकापूर ग्रामीण पुलिस घटनास्थळ पर पहुंच आगे कीजांचशुरू कर दी है.
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, सुतालपुरा क्षेत्र में किले के पास रहने वाले मयूर जामोड़े अपनी पत्नी पूनम मयूर जामोड़े उम्र 32 वर्ष और चिमुकली आर्वी जामोड़े उम्र 5 वर्ष के साथ निंबा देवी के दर्शन के लिए मलकापुर गए थे. इस स्थान पर जब पूनम जामोड़े और छोटी आर्वी विश्वगंगा नदी तट के पास अपने पैर धोने गईं , तो पानी में खेलते समय छोटी आर्वी का पैर गहरे पानी में चला गया और वह डूब गई. जब उसकी मां पूनम भी अपनी बेटी को बचाने के लिए पानी में कूदी, तो वह भी पानी में बह गई. इस समय उसके पिता मयूर जामोड़े और नदी किनारे मौजूद नागरिकों ने उन दोनों को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन तब तक वे दोनों गहरे पानी में डूब चुकी थी.