श्योपुर : जिले में एक जंगली जानवर ने बच्चे पर हमला कर दिया है. जिसके बाद यहां के ग्रामीण दहशत में है. दरअसल अगरा थाना क्षेत्र के ग्राम उमरी कलां के रहने वाला 9 वर्षीय अभिनाष धाकड़ अपने घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान किसी खूंखार जंगली जानवर ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले के वक्त बच्चे की चीख सुनकर लोग दौड़े और लोगों का हल्ला सुनकर जानवर बच्चे को वहीं छोड़ जंगल की ओर भाग निकला.
इस घटना के बाद जहां पूरे गांव दहशत का माहौल है. वहीं घायल अभिनाष को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विजयपुर में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालात को देखते हुए उसे ग्वालियर के अस्पताल के लिए रेफर किया. जहां उसकी स्थिति बेहतर बताई जा रही है.
बता दें कि इस क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी अक्सर बनी रहती है और घटना स्थल के पास तेंदुए के जैसे जानवर के पैरों के निशान भी मिले हैं. जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हमला तेंदुए ने ही किया होगा. बहरहाल सूचना के बाद वन विभाग की टीम जानवर को ट्रैक करने में जुटी है.
हालांकि, चीता के हमले में अविनाश गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे ग्वालियर रेफर किया गया है. वहीं, वन अमला ने इस मामले में यह सफाई दी कि हमला चीता ने किया है या तेंदुआ ने यह स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन बच्चे के परिजन और ग्रामीणों ने चीते के हमला करने की बात कही है.
एक मां अपने बेटे के लिए जंगली जानवर से भिड़ गई
घायल बालक की मां सुरक्षा धाकड़ ने बताया, “बच्चा बाहर खेल रहा था। तभी एक चीते ने उस पर झपट्टा मार दिया. मैंने बच्चे को काफी देर तक खींचा तो वह भाग गया.
वन कर्मी बोले चीता या तेंदुआ है जांच के बाद पता चलेगा
वहीं, कूनो नेशनल पार्क के अगरा वन परिक्षेत्र के वनकर्मी पुष्पेंद्र जगनेरिया ने कहा, “फोन पर चीता या तेंदुए के हमले की सूचना मिली थी.उसी की सूचना के आधार पर हम साथ में आए हैं. दूसरा स्टाफ सर्चिंग पर गया होगा. मुझे जानकारी नहीं है.
बता दें कि इस गांव से कूनो नेशनल पार्क का जंगल महज 5 से 6 किलोमीटर दूरी पर है. इस वजह से जंगली जानवर आए दिन गांव तक पहुंच जाते हैं। लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों के बयान से ग्रामीण बेहद नाराज हैं.