रीवा जिले के मनगवां में एक मां ने अपने ही ढाई महीने के बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना 6 जनवरी 2023 की है, लेकिन आरोपी महिला प्रिया गुप्ता को दो साल बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इस पूरे मामले में मृतक बच्चे के पिता प्रकाश गुप्ता ने दो वर्षों तक लगातार संघर्ष किया और पत्नी के खिलाफ सबूत जुटाकर पुलिस और एसपी कार्यालय के चक्कर लगाए।
एसपी विवेक सिंह के मुताबिक, प्रकाश गुप्ता ने पुलिस को वह मोबाइल रिकॉर्डिंग सौंपी, जिसमें पत्नी प्रिया गुप्ता ने खुद अपने बेटे लक्ष्य उर्फ धैर्य गुप्ता की मौत की बात कबूली थी। इस रिकॉर्डिंग की जांच एफएसएल भोपाल से कराई गई। साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट और गवाहों के बयान के आधार पर पुलिस ने महिला के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया।
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गुस्से में आकर बच्चे का मुंह दबाया
गिरफ्तारी के बाद आरोपी प्रिया गुप्ता ने पुलिस को बताया कि घटना वाली रात वह अपने देवर राकेश गुप्ता से परेशान थी, जो अक्सर उससे गाली-गलौच करता था। पति को कई बार फोन लगाया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। गुस्से में आकर उसने अपने ढाई माह के बेटे को दूध पिलाया, जिसने उल्टी कर दी। इससे और भड़ककर उसने बच्चे का मुंह लगभग 5 मिनट तक दबाकर उसकी जान ले ली।
प्रिया ने कबूला, “जब बच्चा छटपटाने लगा तो भी मैंने हाथ नहीं हटाया। जब उसने सांस लेना बंद कर दिया, तब जाकर हाथ हटाया। फिर बच्चे को बिस्तर पर लिटाकर कम्बल से ढक दिया।”
पुलिस ने की गिरफ्तारी, कोर्ट ने भेजा जेल
थाना मनगवां पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर आरोपी मां को 6 जुलाई 2025 को गिरफ्तार किया। अदालत में पेशी के बाद जेल वारंट जारी हुआ और उसे केंद्रीय जेल रीवा भेज दिया गया।
दो साल तक पति ने लड़ी इंसाफ की लड़ाई
प्रकाश गुप्ता ने बच्चे की मौत को लेकर शुरुआत से ही संदेह जताया था, लेकिन पत्नी ने झूठी कहानी बनाकर सबको गुमराह कर दिया। प्रकाश ने दो साल तक सबूत जुटाकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई, तब जाकर हत्याकांड का खुलासा हुआ और आरोपी को जेल भेजा गया।