शादीशुदा महिलाओं के फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इश्क होने की खबरें इन दिनों आम होती जा रही हैं. कई महिलाएं ऐसे झांसों में फंसकर अपना पूरा बसा बसाया घर छोड़कर आशिक के साथ चली जाती हैं. ऐसा ही एक और मामला करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां पर 4 साल की बच्ची की मां को इंस्टाग्राम पर इश्क हुआ और फिर वह अपनी बेटी के साथ युवक के साथ चली गई. महिला अपने घर में अपनी बेटी को मिठाई दिलाने के नाम पर बाजार गई थी. मिठाई दिलाने के नाम पर निकली महिला जब घर नहीं लौटी तब पति ने जांच पड़ताल की जिसके बाद पता चला कि वह अपने साथ सारे गहने और कैश भी ले गई है.
मामला करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां के रहने वाले नसरुल्लाहअहमद (बदला हुआ नाम) की शादी साल 2016 में दोहरीघाट मऊ की रहने वाली एक महिला से हुई थी. दोनों के शादी के बाद उन्हें एक बेटी हुई जो अभी चार साल की है. पूरा परिवार हंसी खुशी चल रहा था. पति दिव्यांग है लेकिन फिर भी अपनी पति का बहुत ध्यान रखता था. महिला हमेशा अपने मोबाइल फेसबुक और इंस्टाग्राम चलाया करती थी. महिला 12 मई को अपने घर से बेटी को लेकर निकली थी जिसके बाद वह वापस नहीं आई.
खोजबीन के बाद पता चली हकीकत
जब उसने काफी खोजबीन की तो पता चला कि उसकी पत्नी का इंस्टाग्राम पर एक युवक से अफेयर चल रहा था. जो इंस्टाग्राम और फेसबुक के माध्यम से संपर्क में आया था. यह सब पता चलने के बाद जब वह अपने घर गया तब उसने देखा कि उसने अपनी बीवी के लिए जो भी जेवरात बनवाए थे वह सभी जेवरात घर से गायब थे. यानी कि उसकी पत्नी सभी जेवरात के साथ ही करीब ₹50000 कैश भी लेकर अपने आशिक के साथ फरार हुई है.
शख्स ने कहा है कि इतना सब होने के बाद भी वह अपनी पत्नी को वापस पाना चाहता है. इसलिए उसने पुलिस में शिकायत कर अपनी पत्नी और बेटी को वापस लाने की गुहार लगाई है. क्योंकि उसे शक है कि कहीं उसकी पत्नी साइबर क्राइम की शिकार ना हो जाए.
महिला को मां को आया फोन
पुलिस भी पीड़ित की तहरीर लेकर उसकी पत्नी और बेटी की गुमसुदगी का मुकदमा घटना वाले दिन ही कर दिया. लेकिन उस गुमशुदगी में उनकी पूरी बात को नहीं दर्शाया गया. पीड़ित एक पैर से दिव्यांग है और वह अपनी पत्नी और बेटी को खोजने का लगातार प्रयास कर रहा था. इसी दौरान पता चला कि उसकी सास को उस लड़के ने फोन कर बताया कि उसकी बेटी अब उसके साथ है.
जब करीमुद्दीनपुर पुलिस के द्वारा इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बजाय सिर्फ गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया तब थकहार कर पीड़ित पुलिस अधीक्षक गाजीपुर को अपना शिकायत पत्र दिया है और फिर उस शिकायत पत्र पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश देने के बाद 22 मई को करीमुद्दीनपुर पुलिस ने धारा 87 और 137(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया.