उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में एक बेटे ने अपनी मां की गला रेतकर हत्या कर दी. आरोपी बेटे के पिता के मुताबिक, उसने यह कदम मां के बार-बार शौच करने जाने की वजह से उठाया था, जिसके बाद पिता ने पुलिस से मामले में न्याय की गुहार लगाई थी. साथ ही आरोपी बेटे के खिलाफ कोर्ट में गवाही भी दी, जिसके बाद उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.
साल 2014 में जयसिंहपुर कोतवाली में सुकई विश्नकर्मा ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी रामलली के पेट में दर्द था. इस वजह से वह पत्नी के लिए दवाई लेने के लिए बाहर गए थे. शाम को जब वह घर वापस आए तो घर का मंजर देख उनके होश उड़ गए.
बेटे ने रेता मां का गला
पिता ने देखा कि बेटा महेंद्र खून से लथपथ है, जब उन्होंने घर के अंदर जाकर देखा तो उनकी पत्नी का धड़ रजाई में लिपटा पड़ा हुआ था. यह देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. इसके बारे में जब उन्होंने बेटे से पूछा तो बेटे ने बताया कि उसने अपनी मां का सिर काटकर कुएं में फेंक दिया है.
पिता ने पुलिस से की शिकायत
इसकी वजह थी कि मां पेट खराब होने के कारण बार-बार नल के पास शौच कर देती थी. इसी बात से परेशान होकर आरोपी बेटे ने अपनी मां की गला रेतकर हत्या कर दी. यह सुन पिता के गुस्से का कोई ठिकाना नहीं रहा. पिता ने खुद को संभालते हुए आरोपी बेटे की शिकायत पुलिस में कर दी. वहीं, जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई.
मिली आजीवन कारावास की सजा
करीब 10 साल तक चले इस मामले में कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई की. इस केस में कुल सात गवाह पेश किए गए. इस दौरान आरोपी के पिता ने भी गवाही दी.पत्नी को खोने का दुख बयां करते हुए पिता ने कहा कि बेटा पगला गया था, वरना कोई बेटा ऐसा नहीं करता, जिसके बाद एडीजे ने महेंद्र को दोषी करार करते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. यह सुनकर पिता की आंखों से आंसू निकल गए.