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दुकान में मिलेगा मां का दूध, विजयपुरा में खुलेगा उत्तर कर्नाटक का पहला ‘मदर्स ब्रेस्ट मिल्क बैंक’

दिल्ली, मुंबई, भोपाल और बंगलुरू की तर्ज पर अब उत्तर कर्नाटक में भी मदर्स ब्रेस्ट मिल्क बैंक खोलने की कवायद शुरू हो गई है. यह बैंक विजयपुरा के सरकारी अस्पताल में खुलेगा. इस बैंक को इसी साल के आखिर तक शुरू कर देने की योजना है. इस एरिया में मदर्स ब्रेस्ट मिल्क बैंक शुरू होने से उन हजारों बच्चों को लाभ मिलेगा, जो किसी कारणवस अपनी मां के दूध से वंचित हैं. इसी सोच के तहत कर्नाटक सरकार ने उत्तर कर्नाटक के विजयपुरा अस्पताल में इस बैंक का निर्माण कार्य शुरू किया है.इस बैंक में माताओं से दूध लेने, उचित रखरखाव और फिर जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाने की व्यवस्था होगी.

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मेडिकल साइंस ही नहीं, हमारे धर्म ग्रंथों में मां के दूध को बच्चों के लिए जीवनामृत कहा गया है. इसी दूध की वजह से मां-बच्चे का रिश्ता पूरे जीवन भर बना रहता है. इसी अवधारणा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने मदर्स ब्रेस्ट मिल्क बैंक शुरू करने की पहल की है. अधिकारियों के मुताबिक इस बैंक में मां के दूध को तीन महीने तक स्टोर किया जा सकेगा. वहीं केंद्र के माध्यम से ही उन बच्चों को चिन्हित किया जाएगा, जिनकी मां उन्हें दूध पिलाने में असमर्थ होंगी. यह असमर्थता उनकी बीमारी या किसी अन्य कारण से भी हो सकती है.

डोनेशन से पहले होगी माताओं की जांच
सरकार का मानना है कि मां की बीमारी का खामियाजा बच्चे को नहीं भुगतना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस ब्रेस्ट मिल्क बैंक में कोई भी महिला स्वेच्छा से अपना दूध डोनेट कर सकती है. इसके अलावा वो माताएं भी यहां अपना दूध डोनेट कर सकती है, जिन्हें दूध तो बन रहा है, लेकिन अपना बच्चा नहीं है या फिर उनका दूध अपने बच्चे की जरूरत से ज्यादा बन रहा है. हालांकि यहां दूध दान करने वाली माताओं को पहले अपना एचआईवी/एचबीएसएजी/डब्ल्यूबीआरएल आदि जांचें करानी होंगी. इन जांचों का रिपोर्ट सही आने पर ही उन्हें दूध डोनेट करने की अनुमति मिलेगी.

हर साल 2 हजार बच्चों को लाभ
अधिकारियों के मुताबिक माताओं से दूध प्राप्त करने के बाद किसी भी तरह के बैक्टीरिया को नष्ट करने के लिए उसे पास्चुरीकृत किया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक विजयपुरा सरकारी अस्पताल में खुल रहे इस मदर्स ब्रेस्ट मिल्क बैंक से हर साल कम से कम 2 हजार नवजात शिशुओं को लाभ मिल सकेगा. इस बैंक से स्वैच्छिक दानकर्ता, शोक संतप्त माताएं और कामकाजी माताओं को दूध दान करने की सुविधा मिलेगी. बता दें कि इस तरह का मदर ब्रेस्ट मिल्क बैंक पहले से बंगलुरू में है. इसके अलावा देश भर में दिल्ली, मुंबई, भोपाल के अलावा कई अन्य शहरों में भी इस तरह का बैंक बीते कुछ वर्षों से संचालित किए जा रहे हैं. हालांकि अभी लोगों में जागरुकता कम है. बावजूद इसके, यह पहल काफी कारगर साबित हो रहा है.

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