सुपौल में वैशाली सुपरफास्ट का स्थाई विस्तार को लेकर आंदोलन तेज

सुपौल: सुपौल जिला अभी भी रेलवे सुविधा में पूरे प्रदेश में सबसे पिछले पायदान पर है. कोसी बाढ़ की विभीषिका झेल रहे जिलेवासियों को अभी भी नई दिल्ली जाने के लिए सीधी ट्रेन सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है. अब लोग विभिन्न तरह से इस ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने में जुटे हुए हैं.

इसी कड़ी में वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12553/54) का ललितग्राम तक स्थाई विस्तार किए जाने की मांग अब तेज़ हो गई है. इंटरनेट मीडिया, खासकर ट्विटर (एक्स) पर रेल फेन और समाजसेवी लगातार रेल मंत्री, रेल मंत्रालय, पूर्व मध्य रेलवे के जीएम और समस्तीपुर मंडल के डीआरएम को टैग करते हुए हजारों की संख्या में ट्विट कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मांग सिर्फ एक ट्रेन तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे कोसी क्षेत्र के विकास से जुड़ी हुई है. पूर्व रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र का सपना था कि ललितग्राम को एक बड़े टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाए, जहां से देश के कोने-कोने तक यात्री ट्रेनें चलें. उस सपने को साकार करने के लिए आज जिले के लोग, रेल प्रेमी और समाजसेवी निरंतर प्रयासरत हैं.

आसपास के जिले के यात्रियों को दिल्ली की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी

इस बीच स्थानीय लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सांसद दिलेश्वर कामैत से भी मुलाकात कर ट्रेन विस्तार का मुद्दा उठाया. सांसद ने भी इस दिशा में पहल करते हुए रेल मंत्री से वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस को ललितग्राम तक स्थायी रूप से विस्तार करने की मांग की है. ज्ञात हो कि वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस एक प्रीमियम ट्रेन है, जो पहले नई दिल्ली से बरौनी जंक्शन तक चलती थी. बाद में इसका विस्तार सहरसा तक किया गया. वर्तमान में यह सहरसा से आगे ललितग्राम तक स्पेशल ट्रेन के रूप में परिचालित हो रही है. अब रेल फेन और समाजसेवी इसके स्थायी विस्तार की मांग कर रहे हैं. रेल संघर्ष से जुड़े लोगों का कहना है कि यदि यह ट्रेन ललितग्राम तक स्थायी रूप से विस्तार पाती है तो न केवल सुपौल बल्कि आसपास के जिले के यात्रियों को दिल्ली की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी. इससे लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए सहरसा, दरभंगा या फारबिसगंज भटकना नहीं पड़ेगा. यह विस्तार पूरे कोसी क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा.

स्थानीय लोग यह भी बता रहे हैं कि ललितग्राम रेलवे स्टेशन के पास रेलवे की काफी जमीन खाली पड़ी है. यहां वाशिंग पिट निर्माण की भी मांग की जा रही है. यदि वाशिंग पिट बन जाता है तो आने वाले समय में इस क्षेत्र की सभी ट्रेनों की वाशिंग और रखरखाव का कार्य यहीं हो सकेगा. यह सुपौल व कोसी क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात होगी.

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