MP: युवक ने सलवार सूट पहना, फिर ऊपर से बुर्का… महिला डॉक्टर के घर घुस किया हमला, 7 बार घोंपा चाकू

मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के गढ़ा थाना अंतर्गत श्रीकृष्ण परिसर में मंगलवार को एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. आरोपी युवक ने वारदात को अंजाम देने के लिए महिलाओं के कपड़े और बुर्खा पहनकर खुद को छिपाने की कोशिश की थी, ताकि कोई उसे पहचान न सके. घटना उस वक्त हुई जब डॉक्टर नीलम अपने फ्लैट में अकेली थीं. आरोपी युवक मुकुल कहार ने एक दिन पहले महिला डॉक्टर से काम मांगा था और फिर अगले ही दिन चोरी के इरादे से उनके घर में घुस गया और एक के बाद एक सात बार चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. आरोपी सीसीटीवी कैमरे में दरवाजा खटखटाकर अंदर जाते और भागते हुए लोगों द्वारा पकड़ते हुए भी दिखाई दे रहा है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय डॉ नीलम सिंह और उनके पति वीरेंद्र सिंह दोनों डॉक्टर हैं. नीलम सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग में पदस्थ है. और गढ़ा थाना क्षेत्र के संजीव नगर स्थित श्री कृष्ण परिसर की बिल्डिंग के 712 नंबर कमरे में किराए से रहते थीं. घटना के वक्त डॉक्टर के पति बाहर थे और डॉ नीलम सिंह घर में अकेली थीं. वहीं आरोपी के पास से मिले आधार कार्ड के अनुसार युवक मुकुल कहार रामपुर मांडवा वस्ती का रहने वाला है और इलाके में पानी बांटने का काम करता था. वह पहले भी कई बार मेडिकल कॉलेज और पास की कॉलोनियों में देखा जा चुका है.

जानकारी के मुताबिक, वारदात से एक दिन पहले उसने डॉक्टर नीलम सिंह से नौकरी या काम मांगने की बात की थी. मंगलवार दोपहर वह महिलाओं के कपड़े और बुर्खा पहनकर चुपचाप डॉक्टर के घर में घुसा. महिला डॉक्टर को अकेला पाकर उसने उन पर धारदार चाकू से सात से आठ बार ताबड़तोड़ हमला कर दिया. चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और भागते हुए आरोपी को पकड़ लिया.

सीसीटीवी में कैद हुआ आरोपी

लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई की और तुरंत इसकी जानकारी संजीवनी नगर पुलिस को दी. आरोपी के पास से खून से सना चाकू भी बरामद हुआ. इस पूरी घटना की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से हुई है, जिसमें आरोपी आते जाते और भागने की कोशिश करते समय दिखाई दे रहा है. घायल डॉक्टर नीलम सिंह को तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. डॉक्टर नीलम मेडिसिन विभाग में पदस्थ हैं और काफी जिम्मेदार पद पर हैं. फिलहाल उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.

स्थानीय लोगों ने हमलावर को पकड़ा

घटना को लेकर स्थानीय लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति नाराजगी देखी गई. लोगों का आरोप है कि घटना स्थल गढ़ा थाना क्षेत्र में आता है लेकिन परिसर के ठीक सामने 100 मीटर की दूरी पर संजीवनी नगर पुलिस थाना है जिसके चलते सबसे पहले संजीवनी नगर थाने को सूचना दी गई. वहां से यह कहकर मदद नहीं की गई कि यह क्षेत्र उनके अंतर्गत नहीं आता. गढ़ा थाना महज एक किलोमीटर दूर होते हुए भी पुलिस को पहुंचने में करीब डेढ़ घंटा लग गया. वही एंबुलेंस को सूचना दी गई लेकिन करीब डेढ़ घंटे तक नहीं पहुंची तो स्थानीय लोगों द्वारा ऑटो में लेकर डॉक्टर को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया गया. जिससे लोगों में पुलिस और प्रशासन के प्रति काफी गुस्सा देखने को मिला.

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