इंदौर से कटनी के लिए नर्मदा एक्सप्रेस में सवार होकर निकली अर्चना तिवारी का 8 दिन बीत जाने के बावजूद भी कुछ पता नहीं चल सका है. कटनी की रहने वाली अर्चना तिवारी 7 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के लिए अपनी घर जाने वाली ट्रेन से लापता हो गई थी. रानी कमलापति स्टेशन स्थित जीआरपी ने 8 दिन बीत जाने के बावजूद अर्चना का कोई सुराग नहीं मिलने पर देशभर के सभी SHO और SP को ऑल इंडिया सर्चिंग आदेश जारी कर दिया है.
पुलिस और जीआरपी अब तक खाली हाथ हैं और हर संभावना को खंगाल रही हैं. अर्चना के परिवार में चिंता का माहौल है और वे उसकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं. अधिकारियों ने बताया कि आसपास के सभी रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और ट्रैवल एजेंसियों को सूचना दी गई है. जांच में हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है, चाहे वह दुर्घटना हो, अपहरण या अन्य कोई वजह.
दरअसल, कटनी की रहने वाली अर्चना तिवारी इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी. वह 7 अगस्त को रक्षाबंधन से दो दिन पहले नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से अपने घर कटनी लौट रही थी. वह AC कोच B3 के बर्थ नंबर 3 पर रिजर्वेशन लेकर यात्रा कर रही थी. अर्चना के इंदौर के हॉस्टल से निकलने और ट्रेन में सवार होने के बाद से ही उसका कोई सुराग नहीं मिला.
8 अगस्त की सुबह अर्चना के परिजन उसे कटनी साउथ स्टेशन लेने पहुंचे, लेकिन वह वहां नहीं मिली. उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ था. परिजनों ने तुरंत उसके मामा को उमरिया स्टेशन पर सूचना दी. मामा ने B3 कोच में जाकर तलाश की, लेकिन अर्चना का कोई पता नहीं चला. केवल उसका बैग मिला, जिसमें राखी रूमाल और बच्चों के लिए गिफ्ट रखे हुए थे. रात 10 बजकर 16 मिनट पर अर्चना ने चाची से फोन पर बात की और बताया कि वह भोपाल के पास है.
घटना के बाद नर्मदापुरम जिले के नर्मदा रेलवे ब्रिज पर अर्चना का मोबाइल आखिरी बार लोकेशन के रूप में पाया गया. इसके बाद होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम ने नर्मदा नदी में सर्चिंग शुरू की, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली. अर्चना के परिवार ने कहा कि उनकी बेटी इंदौर से कटनी के लिए निकलकर अचानक गायब हो गई. उनके भाई अभिषेक ने बताया कि परिवार मंगलनगर में रहता है और पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है. अर्चना हर रक्षाबंधन पर अपने भाई को राखी बांधती थी. इस बार लापता होने से पूरा परिवार और कटनी की जनता हैरान है.
वहीं, कटनी के यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु उर्फ अंशु मिश्रा ने भी इस मामले में कदम उठाते हुए कहा है कि जो कोई भी अर्चना तिवारी के बारे में जानकारी देगा, उसे 51 हजार रुपये नकद इनाम दिया जाएगा. दिव्यांशु ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है और सभी को चाहिए कि अर्चना की सुरक्षा सुनिश्चित हो.
फिलहाल, भोपाल, नर्मदापुरम, इटारसी, जबलपुर और कटनी में जीआरपी की टीमें अर्चना की तलाश में जुटी हुई हैं. परिजन, पुलिस और स्थानीय प्रशासन हर संभावना को खंगाल रहे हैं. चाहे वह दुर्घटना हो, अपहरण या किसी अन्य वजह से गायब होना. इस रहस्य ने शहर और कटनी के लोगों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है. अभी तक अर्चना तिवारी के गायब होने का कोई ठोस सुराग नहीं मिला है और पूरे मामले में जांच जारी है. परिजन और प्रशासन उम्मीद लगाए हुए हैं कि अर्चना जल्द ही सुरक्षित घर लौटेगी.