भोपाल। केंद्र सरकार ने विशेष केंद्रीय सहायता से प्रदेश की औद्योगिक कामकाजी बहनों की रहवास सुविधा के लिए 284 करोड़ रुपये की लागत से 5120 महिलाओं के लिए हास्टल बनाए जाएंगे। ये हास्टल पीथमपुर, मंडीदीप, मालनपुर, विक्रम उद्योगपुरी, झाबुआ, सिंगरौली, देवास और नर्मदापुरम में स्वीकृत किए गए हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कैबिनेट की बैठक के पहले मंत्रिगण को दिए संबोधन में राज्य शासन की प्राथमिकताओं और गतिविधियों से अवगत करवाया।
उन्होने बताया कि 27 अप्रैल को इंदौर में आईटी कान्क्लेव का आयोजन होगा।
यहां देश-विदेश की लगभग 200 कंपनियों की भागीदारी रहेगी।
प्रदेश में 14.76 लाख किसानों द्वारा पंजीयन करवाया गया है।
अब तक आठ लाख मैट्रिक टन गेंहूं का उपार्जन लगभग एक लाख किसानों से किया जा चुका है।
इस माह अर्थात अप्रैल में उपार्जन कार्य में गति आएगी।
वृहद औद्योगिक इकाइयों को 3100 करोड़, एमसएमई
मुख्यमंत्री ने बताया कि वृहद औद्योगिक इकाइयों को वर्ष 2024-25 में कुल 3100 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया।
वहीं 702 करोड़ रुपये के इंसेंटिव का भुगतान किया गया।
वर्ष 2024-25 में एमएसएमई इकाइयों को कुल 2162 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
इनमें 1075 करोड़ रुपये के लंबित इंसेंटिव का भुगतान किया जा रहा है।
वहीं डीबीटी के माध्यम से एमएसएमई और वृहद इकाइयों के लिए 1777 करोड़ रुपये की देय इंसेंटिव राशि का भुगतान कर रही है।
इससे 2500 से अधिक औद्योगिक इकाइयां लाभान्वित होंगी। अब कोई भुगतान लंबित नहीं है।
छतरपुर में माता बम्बरबैनी प्राचीन मंदिर स्थल पवित्र क्षेत्र घोषित
मंत्रिपरिषद द्वारा छतरपुर जिले के ग्राम लवकुशनगर में माता बम्बरबैनी प्राचीन स्थल मंदिर खसरा नं. 2157 रकवा 0.012 हेक्टेयर एवं खसरा नं 2158 रकवा 30.375 हेक्टेयर पहाड़ क्षेत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित करने का निर्णय लिया गया।