मध्य प्रदेश के पन्ना में खौफनाक मामला सामने आया है. यहां सरकारी संरक्षण में ही नाबालिग से दोबारा रेप की वारदात को अंजाम दिया गया. बताया जा रहा है कि बच्ची से रेप के आरोपी को पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. फिर आरोपी को मदद पहुंचाने की नीयत वन स्टाफ सेंटर में बाल कल्याण समिति (अर्ध न्यायालय) ने आरोपी के परिवार को ही पीड़ित बच्ची सौंप दी. जमानत जमानत के बाद आरोपी ने फिर बच्ची से रेप किया.
एक बार फिर रेप का केस दर्ज हुआ और अब मामला पॉक्सो एक्ट के तहत चल रहा है. बाल कल्याण समिति के सभी पांच सदस्यों, तीन वन स्टाफ केंद्र और महिला बाल विकास अधिकारी के ऊपर रेप के सह आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है. छतरपुर पुलिस ने पन्ना आकर बाल कल्याण समिति के आशीष बोस को गिरफ्तार किया है. वहीं, सभी सदस्य फरार बताए जा रहा हैं. इस मामले से पन्ना में हड़कंप मचा है.
छतरपुर पुलिस को ट्रांसफर हुआ केस
दरअसल, पीड़ित बच्ची पन्ना जिले की रहने वाली है. आरोपी छतरपुर जिले के बिजावर का निवासी है. पन्ना पुलिस ने पहला मामला दर्ज किया. फिर जब आरोपी ने जमानत पर जेल से बाहर आकर दोबारा रेप किया तो वारदात छतरपुर जिले की हो गई. पन्ना पुलिस ने एफआईआर कर मामला छतरपुर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था. अब इस पर कार्रवाई चल रही है.
मामले में 10 लोगों पर आरोप
छतरपुर जिले के लवकुशनगर एसडीओपी नवीन कुमार दुबे का कहना है कि यह हमारे जुझार नगर थाना क्षेत्र का मामला है, जिसमें 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है. वन स्टाफ केंद्र के चार और महिला बाल विकास अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है. यह धारा 21 के आरोपी हैं.
ज बाल कल्याण समिति के पांच सदस्य हैं, उन सभी पर पॉक्सो एक्ट में सह-आरोपी बनाया गया है. आज बाल कल्याण समिति के सदस्य आशीष बोस को गिरफ्तार किया गया है. शेष सभी की गिरफ्तारी की जाएगी और कोर्ट में पेश किया जाएगा.