मध्य प्रदेश में मोहन सरकार ने आम जनता के लिए एक अच्छी योजना की शुरुआत की है, जिसमें अब प्रदेश में लोगों को अपने परिजनों के शव ले जाने के लिए शव वाहन मुहैया कराए जाएंगे. सीएम मोहन यादव ने सोमवार को इन वाहनों को हरी झंडी दिखाई है. पूरे प्रदेश में हर जिले में 2 शव वाहन मौजूद रहेंगे. इससे पहले कई खबरें सामने आती थी कि लोग अपनों के शवों को कहीं कंधे पर लादकर तो कहीं ठेले रिक्शे पर लेकर जाते थे. ऐसे मजबूर लोगों के लिए अब शव वाहन उपलब्ध रहेंगे.
सीएम मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा है कि पूरे देश में मध्य प्रदेश इकलौता ऐसा राज्य है जो शव वाहनों की व्यवस्था करने जा रहा है. सरकार द्वारा कई जनहित हितैषी योजनाएं चलाई जा रही हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ये योजनाएं लागू की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि कई लोगों को अपनों के खोने के गम के बीच उनके शव को भी घर तक ले जाने में समस्या का सामना करना पड़ता था, ऐसे में उन लोगों के लिए यह योजना बहुत कामगार साबित होगी. प्रदेश के लोगों को इन शववाहनों का लाभ कल यानी 29 जुलाई 2025 से ही मिलने लग जाएगा.
बता दें कि इस योजना को मध्य प्रदेश सरकार ने आनन-फानन में हरी झंडी दिखाई है. क्योंकि एक दिन पहले ही कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधा था. दरअसल इन शव वाहनों की खरीदी 25 अप्रैल को की गई थी. 150 शव वाहनों को लाकर भोपाल के एक यार्ड में रखवा दिया गया था. लेकिन, इस योजना को शुरू नहीं किया जा रहा था. इसके पीछे की वजह बताई गई कि इस योजना का शुभारंभ बड़े स्तर पर होना है. इस पर कांग्रेस ने भी राज्य सरकार को कोसा था.
उप नेता प्रतिपक्ष ने साधा था निशाना
मीडिया से बात चित कर उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा था कि यह राज्य सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है, तीन महीने से सरकार एक बड़े इवेंट का इंतजार कर रही है. प्रदेश भर से खबरें सामने आ रही हैं कि शव वाहन नहीं मिलने की वजह से लोग अपनों के शवों को कंधों पर, ठेलों पर ले जाने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा था कि, हम तो सरकार से कहेंगे कि आप अच्छा काम कर रहे हो. इसका क्रेडिट भी आप को ही मिलेगा. उन्होंने कहा कि वह सरकार का सम्मान भी कर देंगे लेकिन पहले वह जनता तक ये वाहन भेजें. हालांकि सीएम मोहन यादव ने एक दिन बाद ही इन शव वाहनों को जनता के लिए जारी कर दिया है.