शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भारत-पाक मैच होने पर उसकी लाइव स्ट्रीमिंग और टेलीकास्ट रोकने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री और आईटी को पत्र लिखा है. उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पत्र शेयर करते हुए कहा कि भारत इस बात से नाराज है कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत सरकार के प्रयासों में उसके साथ खड़ा रहा है और प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर जारी रखने का आह्वान किया है.
ऐसे में पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत इस समर्थन के साथ विश्वासघात होगी. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, उम्मीद है कि आप भारत प्रथम का रुख़ अपनाएंगे और वही करेंगे जो देश अपनी सरकार से उम्मीद करता है.
भारत-पाकिस्तान मैच की लाइव स्ट्रीमिंग
दरअसल भारत-पाकिस्तान मैच की लाइव स्ट्रीमिंग और प्रसारण रोकने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री और आईटी को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि सरकार वही करेगी जो देश अपनी सरकार से अपेक्षा करता है. प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने पत्र में कहा कि उन्होंने एक सांसद के रूप में नहीं बल्कि एक नागरिक के रूप में उन्होंने लेटर लिखा है.
भारत की भागीदारी पर गहरी निराशा
उन्होंने कहा कि दुनिया में पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत सरकर ने प्रतिनिधिमंडल भेजा था, जिसमें वो भी शामिल थीं. ऐसे में भारत का पाकिस्तान के साथ मैच खेलने का फैसला उन्हें मंजूर नहीं है. सांसद ने कहा कि बीसीसीआई और खेल मंत्रालय द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारत की भागीदारी पर अड़े रहने से गहरी निराशा हुई है. उन्होंने कहा कि खेल भावना का बहाना लेकर इस मैच को होने देना आतंक फैलाने वाले देश के खिलाफ खड़े होने के नैतिक साहस की कमी को दर्शाता है.
पाकिस्तान ने किया था बहिष्कार
सांसद अपने पत्र में लिखा कि दुनिया का इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा पड़ा है, जहां देशों ने खेल से ऊपर सिद्धांत को चुना. पाकिस्तान की हॉकी टीम ने तमाम मंजूरी के बावजूद एशिया हॉकी कप में भारत में खेलने से इनकार कर दिया था. मैं सरकार को यह भी याद दिलाना चाहती हूं कि 1990-91 में भारत-पाक तनाव बढ़ने पर पाकिस्तान ने एशिया क्रिकेट कप का भी बहिष्कार किया था.