खंडवा। ग्रामीणों के साथ एक व्यक्ति ने बकरा-बकरी खरीदने के बाद रुपये देने के नाम पर धोखाधड़ी की। ग्रामीण तीन माह तक अपने रुपये लेने के लिए अपने स्तर पर आरोपित को ढूंढते रहे, लेकिन वो नहीं मिला, इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की शिकायत थाने में की। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेकर त्वरित कार्रवाई की। आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
मामला नर्मदा नगर थाना क्षेत्र के ग्राम अंधारवाड़ी, पामाखेड़ी का है। सहायक उप निरीक्षक महेश श्रीवास्तव के अनुसार तीन सितंबर को फरियादी मांगीलाल पुत्र बाबूलाल निवासी ग्राम अंधारवाड़ी ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपित जाकिर पुत्र रफीक कुरैशी निवासी गुड़ी थाना पिपलोद तीन जून को गांव में आया और बकरा-बकरी खरीदने के नाम पर एक लाख पांच हजार रुपये की ठगी करके ले गया।
एक लाख पांच हजार में खरीदे बकरा-बकरी
श्रीवास्तव के अनुसार ग्रामीण आरोपितों को अपने स्तर पर ढूंढते रहे, इसके बाद शिकायत लेकर थाने पहुंचे। शिकायत में बताया कि गांव में तीन व्यक्ति थे। आरोपित ग्रामीण सुकमा बाई से चार बकरे और एक बकरी 55 हजार रुपये में लिए, ग्रामीण कृपाराम से एक बकरी 10 हजार में ली। इसके अलावा ग्रामीण मांगीलाल से चार बकरे लिए। कुल 10 बकरा-बकरी एक लाख पांच हजार में लिए। ग्रामीणों से बकरा-बकरी खरीदने के बाद उनसे कहा कि हनीफ जो नर्मदागर में रहता है, उसका मैं रिश्तेदार हूं, एक घंटे में रुपये लाकर देता हूं।
इसके बाद सभी जानवर लेकर रुपये लेने के नाम पर निकला और काट के बकरा-बकरी बेच दिए। इसके बाद बुधवार को यह आरोपित उन्हें दिखाई दिया तो ग्रामीणों ने थाने आकर आवेदन दिया। हमने इसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित को ग्राम उदयपुर से पकड़ा। पूछताछ में आरोपित ने कबूल किया कि उसने बकरा-बकरी काट के बेच दिए और मटन स्वयं ने भी खाया।