ग्वालियर में डबरा-ग्वालियर हाईवे पर हुई सनसनीखेज वारदात में पुलिस ने फरार चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला गर्गाचार्य शास्त्री की हत्या से जुड़ा है, जिन्हें 4 मार्च 2025 को एक वाहन से कुचल दिया गया था। इस घटना में पहले ही दो आरोपी पकड़े जा चुके थे और अब बाप-बेटे की गिरफ्तारी के बाद पूरी साजिश का खुलासा हो गया है।
फरियादी लोकमन शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके छोटे भाई गर्गाचार्य शास्त्री स्कूटी से ग्वालियर जा रहे थे, तभी पीछे से एक वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में शास्त्री की मौके पर ही मौत हो गई थी। शुरुआत में यह मामला एक्सीडेंट लग रहा था लेकिन जांच में सामने आया कि यह सुनियोजित हत्या थी।
दरअसल, गर्गाचार्य शास्त्री ने अपने साले कुलदीप शर्मा की प्रेम विवाह में मदद की थी। कुलदीप ने कमलकिशोर रावत की बेटी से शादी की थी, जिससे लड़की के परिजन नाराज थे। उन्होंने गर्गाचार्य पर अपनी बेटी को भगाने और विवाह कराने में सहयोग करने का आरोप लगाया और उनकी हत्या की साजिश रच डाली।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने कबाड़ी से एक पुराना बोलेरो वाहन खरीदा और उसी से शास्त्री की स्कूटी को टक्कर मारी। हत्या के बाद बोलेरो वाहन को करहिया नहर में फेंक दिया गया और पीछे की नंबर प्लेट भी हटा दी गई ताकि घटना को दुर्घटना का रूप दिया जा सके।
शनिवार को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी कमल रावत और सत्येंद्र रावत मुढ़खेड़ा टोल पर देखे गए हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों भागने लगे, लेकिन पीछा कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने गर्गाचार्य की हत्या सिर्फ इसलिए की क्योंकि उन्होंने कुलदीप के प्रेम विवाह में मदद की थी।