छिंदवाड़ा : कमलनाथ का अभेद किला ढहाकर सांसद बने बीजेपी के विवेक बंटी साहू क्षेत्र के विकास के लिए ऐढ़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. आए दिन वे छिंदवाड़ा के विकास के लिए राज्य से लेकर केंद्रीय मंत्रियों तक मुलाकात कर रहे हैं. वहीं मंगलवार को सांसद बंटी विवेक साहू प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान सांसद छिंदवाड़ा पांढुर्णा संसदीय क्षेत्र के विकास की लंबी लिस्ट लेकर सीएम के पास पहुंचे थे.
छिंदवाड़ा सांसद ने मोहन यादव से की कई डिमांड
छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू ने बताया कि अपने संसदीय क्षेत्र के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री से जिले में उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन उपलब्ध कराने, उन क्षेत्रों में अधोसंरचना विकास जिसमें बिजली, पानी, सड़क, संचार जैसी अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी मांग की है.
फुटबॉल एकेडमी और मेडिकल के लिए मांगा बजट
सांसद ने मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन भवन के लिए बजट में स्वीकृत राशि का आवंटन देने, खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत खेल अधोसंरचना निर्माण, फुटबॉल एकेडमी की स्थापना की भी मांग की. सांसद ने मुख्यमंत्री को बताया कि छिंदवाड़ा जिले के ग्राम ईमलीखेड़ा जिला छिन्दवाड़ा में फुटबाल एकेडमी निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर संचालक, खेल और युवा कल्याण विभाग, भोपाल को भेजा जा चुका है. इसभूमि पर खेलो इंडिया योजनान्तर्गत विभिन्न खेलों की अधोसंरचना निर्माण के अर्न्तगत एथलेटिक्स ट्रेक, फुटबाल ग्राउंड, एस्ट्रोटर्फ, हॉकी मैदान, बाउंड्रीवॉल, कर्मचारियों के अवास निर्माण और कमर्शियल कक्षों काे तैयार कराने का प्रस्ताव भेजा गया है.
सतपुड़ा लॉ कॉलेज में एलएलएम शुरू करने की मांग
सांसद ने सतपुड़ा विधि महाविद्यालय छिंदवाड़ा में एलएलएम कोर्स शुरू कराने, छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस छिन्दवाड़ा और जिला चिकित्सालय छिंदवाड़ा में लिफ्ट और सब-स्टेशन 33/ 04 की वार्षिक मरम्मत व संस्था में आउटसोर्स से रखे जाने वाले स्टाफ की स्वीकृति प्रदान करने की भी मांग की.
‘मैं खुद नदी पार करके गया, वहां पुल बनवा दीजिए’
सांसद ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बताया, ” पिछले दिनों ग्रामीण अंचल कूकरपानी जुन्नारदेव के प्रवास के दौरान वहां रात्रि विश्राम किया था. इस दौरान मुझे छात्रों व उनके पालकों द्वार अनुरोध किया गया था कि ग्रामवासियों व छोटे-छोटे बच्चों को सोनभद्रा नदी पार करके आना-जाना पड़ता है. वहीं नदी में पानी ज्यादा होने की वजह से दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. ग्रामवासियों के साथ मैंने 1 किमी पैदल चलकर नदी पार की और देखा कि वहां की स्थिति बहुत खराब है. मैं स्वंय घुटनों तक पानी में चल कर गया. नदी पर पुलिया निर्माण की अति आवश्यकता है.”