मध्य प्रदेश के जबलपुर में सड़कों पर रविवार को एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जब हजारों महिलाएं रंग-बिरंगी साड़ियां पहनकर पहुंची और भारतीय परंपरा ,सांस्कृतिक पहचान का उत्सव मनाया. इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को अपनी परंपरागत पोशाक साड़ी के महत्व को समझाना और यह संदेश देना था कि साड़ी किसी भी कार्य में बाधा नहीं बल्कि आत्मविश्वास और गौरव का प्रतीक है.
सांस्कृतिक रैली का हुआ आयोजन
रविवार को विभिन्न सामाजिक और व्यावसायिक वर्गों की महिलाएं एक साथ आईं और पूरे जोश के साथ इस सांस्कृतिक रैली में भाग लिया. आयोजन समिति ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को प्रेरित करना है कि वे कम से कम एक दिन अपनी व्यस्त जिंदगी की चिंता छोड़कर खुद के लिए जिएं और अपनी परंपरा का सम्मान करें.
आयोजनों को देंगे बढ़ावा
महिलाओं ने इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया, फोटो सेशन कराए और आत्मनिर्भरता व आत्मसम्मान के संदेश को बढ़ावा दिया. आयोजकों ने बताया कि वे भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा देंगे ताकि समाज में महिलाओं को उनके परंपरागत परिधान और सांस्कृतिक जड़ों से जोड़कर एक नई सोच विकसित की जा सके.