बंगला छोड़ पार्कों में टेंट लगाकर सोएंगे MP के बिजली मंत्री, AC के बजाए पंखे की हवा में लेंगे नींद, फ्रिज की जगह पीएंगे मटके का पानी

मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक बार फिर अपनी अनोखे संकल्प के कारण चर्चा में हैं. बिजली बचाने की पहल को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने घोषणा की है कि 1 जून से 30 जून तक वे रात के समय एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर देंगे, चाहे वे ग्वालियर में अपने घर पर हों, भोपाल में कार्यालय में हों या सरकारी वाहन में हों. इसके बजाय, वे ग्वालियर के कांचमिल रोड स्थित न्यू पार्क में वाटरप्रूफ टेंट लगाकर पंखे के नीचे सोएंगे. साथ ही, उन्होंने तय किया है कि वे पारंपरिक मिट्टी के मटके का पानी पीएंगे, न कि फ्रिज का ठंडा पानी.

Advertisement

मंत्री तोमर ने कहा, ”यह सिर्फ शब्दों की बात नहीं, बल्कि अमल की बात है. हमारे माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने स्वच्छ और हरित भारत बनाने का संकल्प लिया है. यह मेरा उस लक्ष्य की ओर छोटा सा योगदान है.”

प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जोर देकर कहा कि उनकी रातें पूरी तरह बिना एसी के बीतेंगी. उन्होंने कहा, ”मैं डेटा शेयर करूंगा कि एक रात के लिए एसी बंद करने से कितनी बिजली बचाई जा सकती है और कितना प्रदूषण कम हो सकता है.”

ऊर्जा मंत्री तोमर ने बताया कि एसी न केवल भारी मात्रा में बिजली खपत करती है, बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के जरिए पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाती है. उन्होंने कहा, ”यह बिजली खपत और पर्यावरणीय क्षति ऐसी चीज है जिसे अब अनदेखा नहीं किया जा सकता. इसलिए मैंने रात के समय एसी का उपयोग बंद करने का फैसला लिया है.”

हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि भोपाल और ग्वालियर में वे इस प्रतिज्ञा का सख्ती से पालन करेंगे, लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में यह संभव नहीं हो सकता. उन्होंने कहा, ”दिन में मैं यथासंभव एसी के उपयोग से बचूंगा, लेकिन वरिष्ठ नेताओं के घर या बैठकों में यह हमेशा संभव नहीं होगा. मैं उनसे अपने एसी बंद करने को नहीं कह सकता; यह उनकी पसंद है. यह मेरी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता है.” उन्होंने दूसरों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए ऐसे कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि शहरों को प्रदूषणमुक्त बनाया जा सके.

पार्क में सोने की योजना पर मंत्री तोमर ने कहा, ”मेरी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है. मेरा जीवन जनता की सेवा के लिए समर्पित है. मैं उनका विनम्र सेवक हूं.”

यह पहली बार नहीं है जब तोमर ने अपनी अनूठी पहल से ध्यान खींचा है. इससे पहले, उन्होंने बिजली बचाने के लिए बिना प्रेस किए कपड़े पहनने का फैसला लिया था, जिसे वे आज भी जारी रखे हुए हैं. कुछ साल पहले उन्होंने नंगे पैर चलने का निर्णय लेकर सुर्खियां बटोरी थीं और देश के कई हिस्सों में बिना जूते यात्रा की थी. वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद ही वे चप्पल पहनने को राजी हुए थे. इसके अलावा, तोमर स्वच्छता अभियानों में सक्रिय रहे हैं और कई बार व्यक्तिगत रूप से नालियों में उतरकर सफाई कर चुके हैं.

Advertisements