पाकिस्तान को बेनकाब करने चले सांसद, लेकिन विदेश में दिखा ‘हिंदुस्तानी रंग’: पढ़ें मजेदार किस्से

पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए अलग-अलग देशों में 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे. प्रतिनिधिमंडल में देश के कई वरिष्ठ सांसद भी गए और उन्होंने जोरदार अंदाज में आतंकवाद को लेकर भारत के संघर्ष की बात कही. इस सफर के दौरान कई उतार-चढ़ाव भी दिखे लेकिन इन सबके बीच हिंदुस्तान के योद्धा सांसदों का एक ही लक्ष्य रहा और वह था पाकिस्तान की पोल खोलना और उसे बेपर्दा करना.

Advertisement

हिंदुस्तानी सरकार ने आतंकी मसलों पर आपसी मतभेदों को भुलाकर पक्ष और विपक्ष के सांसदों के 7 दल बनाकर दुनियाभर के कई देशों में अपने प्रतिनिधिमंडल भेजे थे. अपने इस अनोखे सफर के दौरान कई ऐसे मौके आए जब हमारे इन महानुभावों को खुद को संभालना पड़ा, लेकिन सबके बावजूद अर्जुन की तरह सबने मछली की आंख पर निशाना बनाए रखा. इस दौरे के दौरान कई खट्टी-मीठी यादें भी साथ आईं.

राफेल पर सवाल, सांसदों ने दिया एक जैसा जवाब

जब एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल फ्रांस के दौरे पर गया तो इनका सामना उस एक असहज सवाल से हो गया जो देश में नेता विपक्ष राहुल गांधी उठाते आए हैं. फ्रांस के लिए गर्व का विषय है राफेल विमान, जब दल से पूछा गया कि, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान क्या कोई राफेल गिरा?

लेकिन दल के सभी लोगों ने देश के भीतर की राजनीति से परे जाते हुए वही जवाब दिया जो भारत में डीजीएमओ ने इस सवाल के जवाब में कहा था. कुछ इस तरह हमारे लोकतंत्र का रंग देश की खातिर और चोखा हो गया.

वैसे वक्त की पाबंदी और लेटलतीफी की हिंदुस्तानी आदत का शिकार हमारे ये योद्धा सांसद भी हुए. फैशन की दुनिया के बेताज देश इटली में डिप्टी पीएम, जो वहां के विदेश मंत्री भी हैं, उनसे मिलने का वक्त तय हुआ. लेकिन चलते-चलते, घूमते-फिरते, बाजार में वक्त बिताने के चलते महज चंद मिनटों की देरी हो गई. फिर क्या था, इटली के मंत्री साहब ने खुद मिलने की बजाए अपने एक अधिकारी को भेजकर मुलाकात की औपचारिकता पूरी कर दी.

चंद मिनट की देरी और नहीं मिले मंत्री

अधिकारी ने भी साफ कर दिया कि मंत्री महोदय का लगातार व्यस्त कार्यक्रम है. अब दिल में किरिकिरी का समंदर लिए दल के महानुभाव अधिकारी से ही अपना पक्ष रखकर उनको कोसते दिखे जो देरी का कारण बने.

वक्त की पाबंदी का हिंदुस्तानी स्टाइल सिर्फ इटली में ही नहीं बल्कि जर्मनी में भी दिखा. अब यहां भी काउंटरपार्ट से मुलाकात का वक्त तय था, लेकिन विदेश की चकाचौंध और बाजार घूमने निकलने के चलते बस चंद मिनटों की देरी यहां भी हुई. बस, गनीमत रही कि, यहां काउंटर पार्ट ने वक्त पर नहीं आने को लेकर नाराजगी जाहिर कर दी, लेकिन मुलाकात हो गई. फिर जब मुलाकात हुई तो हमारे योद्धा सांसदों ने अपने तरकश के तीरों से पाकिस्तान को छलनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

पार्क में ही सिगरेट पीने लग गए महोदय

हिंदुस्तानी सांसद हों या आम हिंदुस्तानी, उसके लिए शौक बड़ी चीज है. इसका एक नजारा यूरोप के दौरे पर गए योद्धा सांसद ने भी दिखा दिया. दरअसल, एक हिंदुस्तान के बड़े महापुरुष की मूर्ति के दर्शन करने दल गया, अपनी सद्भावना जताई. वो एक काफी बड़ा पार्क भी था, तो एक महोदय किनारे जाकर सुहाने मौसम में अपनी सिगरेट की तलब मिटाने लगे.

अचानक सुरक्षाकर्मियों ने आकर ऐतराज जताया, फिर चूंकि मामला हिंदुस्तान के विशिष्ट दल का था और महोदय ने खुद ही खेद जता दिया, तो बात खत्म हो गई. तय हो गया कि, सिगरेट के धुएं में नहीं सेना के हमलों के धुएं में पाक कैसे धुंआ-धुंआ हुआ है और क्यों ये हिंदुस्तान को करना पड़ा, उसी लक्ष्य पर टिके रहना है.

आम हिंदुस्तानी की तरह हमारे हिंदुस्तानी सांसदों ने यूरोप में पाकिस्तानी हरकतों का पर्दाफाश किया, बस कई जगह हिंदुस्तानी अक्स वहां भी दिख ही गया. आखिर ये सांसद भी तो हैं हिंदुस्तानी.

Advertisements