नीमराना: MSME सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा, एनआईआईटी यूनिवर्सिटी और लघु उद्योग भारती में साझेदारी से मिलेगा नया आयाम

नीमराना: एनआईआईटी यूनिवर्सिटी, नीमराना और लघु उद्योग भारती (LUB) के संयुक्त प्रयास से एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) के विकास को नई दिशा देने की पहल शुरू की गई है.  “आपकी कंपनी – हमारा अध्ययन – साझा विकास” थीम के तहत इस कार्यक्रम का उद्देश्य उद्योगों और अकादमिक जगत के बीच सहयोग को मजबूत करना है.

कार्यक्रम को लेकर शनिवार शाम को नीमराना औद्योगिक क्षेत्र की सागर रत्ना प्रोडक्शन कंपनी के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया.
इस सहयोग से कंपनियों को नि:शुल्क SWOT एनालिसिस रिपोर्ट, अन्य एमएसएमई के साथ बेंचमार्किंग डेटा, कम लागत वाले व्यावहारिक सुझाव, एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के अकादमिक पार्टनर के रूप में पहचान, कंसोलिडेटेड इंडस्ट्री रिपोर्ट तक पहुंच और अनुसंधान एवं विकास के नए अवसर मिलेंगे.

कार्यक्रम के मेंटर्स में लघु उद्योग भारती जयपुर क्षेत्रीय समिति के सदस्य के.के. यादव, नीमराना इकाई के अध्यक्ष शशांक भारद्वाज और सचिव सुनील कुमार जूनैजा शामिल हैं. वहीं, परियोजना का समन्वयन एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ऑफ इकॉनॉमिक्स प्रो. गुरेंद्र नाथ भारद्वाज और आईएमबीए छात्र तमोजित नंदी कर रहे हैं.

यह पहल एमएसएमई को न केवल प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने में मदद करेगी बल्कि उद्योगों और विश्वविद्यालय के बीच ज्ञान साझा कर स्थायी विकास की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी. बैठक के दौरान अश्वनी झा क्विक प्रिंट्स प्रा. लि., सुनील कुमार जुनेजा.यूनिक ईको टेबलवेयर,शशांक भारद्वाज सागर रत्ना प्रोडक्ट्स प्रा. लि. ,रामचंद्र राम इंडस्ट्रीज आलोक पंत सर्लेक्स टेक्नोलॉजीज प्रा. लि.,राजेश कुमार
दिवाच इंडस्ट्रीज,अनिल कुमार आस्था ट्रेडर्स,के.के. यादव केके सोलर, भीम सिंह वसुस ब्रेक्स,बजरंग वैदिक पुष्प रुच सहित काफी संख्या में विभिन्न उद्योगों के उद्योगपति मौजूद रहे.

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