अयोध्या में बाल तस्करी रोकथाम पर बहु-हितधारक समन्वय बैठक, कई विभागों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग

अयोध्या: विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस के अवसर पर अपराजिता सामाजिक समिति, जो जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन एलायंस की साझेदार संस्था है, द्वारा एक बहु-हितधारक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्विनी तिवारी ने की. बैठक में रेलवे, आरपीएफ, जीआरपी, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, चाइल्डलाइन, श्रम विभाग, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, वन स्टॉप सेंटर समेत कई विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि विभागीय समन्वय को सशक्त बनाना, ज़मीनी स्तर की चुनौतियों को पहचानना तथा बाल तस्करी की रोकथाम, बचाव, पुनर्वास और अभियोजन के लिए एक संयुक्त कार्ययोजना बनाना. बैठक में सभी प्रतिनिधियों ने माना कि जब तक सभी संबंधित एजेंसियों के बीच समयबद्ध और एकजुट कार्रवाई नहीं होगी, तब तक तस्करी पर अंकुश लगाना मुश्किल है.

अपराजिता की निदेशक किरण वैश्य ने स्पष्ट किया कि बाल तस्करी की रोकथाम में अभियोजन सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है. जब तक दोषियों को सख्त सज़ा नहीं मिलेगी, तब तक रोकथाम का उद्देश्य अधूरा रहेगा. प्रशासन और कानून व्यवस्था के तालमेल से ही बच्चों को सुरक्षित किया जा सकता है.

बैठक में प्रमुख रूप से डीसी कविता मिश्रा, प्रोग्राम मैनेजर अभय पांडे, श्रम विभाग से वीके मिश्रा, वन स्टॉप सेंटर की प्रभा मणि पाल, चाइल्डलाइन की पल्लवी दीक्षित, शिवम विश्वकर्मा, पूजा पांडे सहित कई विशेषज्ञ, अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे. इस आयोजन ने विभिन्न विभागों और संगठनों को एक साझा मंच दिया, जहां मिलकर काम करने की दिशा में ठोस रणनीति बन सके, ताकि बाल तस्करी जैसे गंभीर अपराध के खिलाफ सशक्त लड़ाई लड़ी जा सके.

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