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16 लोगों की जान लेने वाली होर्डिंग का मालिक भावेश भिड़े गिरफ्तार, मुंबई पुलिस ने उदयपुर से दबोचा

मुंबई के घाटकोपर में हुए होर्डिंग हादसे के मुख्य आरोपी भावेश भिड़े को मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के उदयपुर के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया. होर्डिंग हादसे के बाद से ही भावेश भिड़े फरार था. उसका मोबाइल फोन भी बंद था. फिलहाल भावेश को क्राइम ब्रांच टीम मुंबई लेकर आ रही है. शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. भावेश पर गैर इरदातन हत्या का केस BMC ने दर्ज कराया है.

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घाटकोपर हादसे में 16 लोगों की मौत हुई थी. NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन बंद हो चुका है. मलबे को हटाने का काम जारी है. पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि पेट्रोल पंप के पास लगी होर्डिंग अवैध थी. BMC ने 40 गुणे 40 फीट की होर्डिंग लगाने की ही अनुमति दी थी, लेकिन होर्डिंग का आकार 120 गुणे 120 फीट का था. इस होर्डिंग को भावेश भिड़े की विज्ञापन कंपनी EGO मीडिया ने लगाया था.

भावेश भिड़े ने 2009 में मुलुंड निर्वाचन क्षेत्र से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था. भावेश ने चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में बताया था कि उसके खिलाफ 23 मामले दर्ज हैं, जिनमें मुंबई नगर निगम अधिनियम का उल्लंघन, चेक बाउंस सहित अन्य मामले शामिल थे. जानकारी के मुताबिक, भावेश रेप केस में जमानत पर बाहर है. उस पर अवैध होर्डिंग के लिए 21 बार जुर्माना लगाया जा चुका है.

BMC अधिकारियों ने बताया कि होर्डिंग मुंबई को ठाणे से जोड़ने वाले ‘ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे’ पर लगाया गया था. इसके पास अन्य होर्डिंग भी लगे थे. ये सारे होर्डिंग एक-दूसरे से 100 से 150 मीटर की दूरी पर लगे थे. बाकी सारे होर्डिंग को हटाने के लिए भी BMC काम कर रही है.

भावेश भिड़े EGO मीडिया कंपना का मालिक है. भावेश पर रेप केस तक दर्ज है. जानकारी के मुताबिक, भावेश भिंडे को वर्षों से होर्डिंग्स और बैनर लगाने के लिए इंडियन रेलवे और BMC से कई ठेके मिले थे. भिड़े ने कई बार दोनों निकायों के नियमों का उल्लंघन किया है. उसे और उसकी कंपनी के अन्य लोगों को पेड़ काटने के कई मामलों में भी आरोपी बनाया गया, लेकिन फिर भी नियमों की अनदेखी कर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाते रहे.

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