छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बार फिर नक्सली हिंसा की भयावह खबर सामने आई है। जगरगुंडा थाना क्षेत्र के पूवर्ती गांव में नक्सलियों ने एक ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि घटना को 10 से 15 नक्सलियों के समूह ने अंजाम दिया, जिन्होंने धारदार हथियारों से हमला कर ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया।
माओवादियों ने क्यों ली जान
हत्या के पीछे की मंशा अभी तक साफ नहीं हो सकी है, जिससे क्षेत्र में दहशत और भय का माहौल बन गया है। पूवर्ती गांव कुख्यात नक्सली और मोस्ट वांटेड माडवी हिड़मा का गृहनगर है, जहां इससे पहले भी कई बार नक्सली घटनाएं हो चुकी हैं। इस इलाके को लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का गढ़ माना जाता है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई। ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है और नक्सलियों की पहचान करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, घटना में शामिल माओवादियों की तलाश के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि अभियान अभी भी लगातार जारी है और आज 5 और नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने नक्सलियों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं और समाज की भलाई में सहभागी बनें। बीजापुर की यह कार्रवाई माओवादियों के खिलाफ राज्य सरकार की सख्त नीति और सुरक्षाबलों की रणनीतिक सफलता का संकेत है।