बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से महंत की हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. उनका शव मठ से करीब दो किलोमीटर दूर बूढ़ी गंडक नदी के किनारे मिला है. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. महंत के शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं. नदी किनारे महंत का शव मिलने से मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई थी. इस घटना को लेकर ग्रामीण में काफी आक्रोश है.
मुजफ्फरपुर जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में स्थित मठ के महंत कौशल दास की बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी. महंत रामबाबू सिंह उर्फ कौशल किशोर दास बहादुरपुर मठ में अकेले अपने एक सेवक के साथ रहते थे. शनिवार की रात करीब 12 बजे वह अपने कमरे में सोने गए थे. महंत के कमरे में छोड़कर उनका सेवक अपने घर को लौट आया था. बदमाशों ने रात में ही महंत की बेरहमी से हत्या कर दी.
रविवार सुबह शौच के लिए निकले गांव वालों ने महंत का शव मठ से दो किलोमीटर दूर बूढ़ी गंडक नदी के किनारे कीचड़ से लथपथ हालत में पड़ा हुआ देखा. उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस और गांव वालों की दी. सूचना मिलते ही शव को देखने के लिए गांव वालों की भीड़ नदी किनारे पहुंच गई. पुलिस भी फॉरेंसिक टीम के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई. शव और सबूतों को इकट्ठा कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई.
शरीर पर मिले चोट के निशान
पंचनामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. महंत के शरीर पर चोट के कई निशान भी मिल हैं. मृतक महंत के बेटे विवेक ने बताया कि मठ पर सुबह आए तो पता चला कि पिताजी नही हैं. मठ का दरवाजा खुला हुआ था. खोजबीन करने पर मठ से दो किलोमीटर दूर नदी किनारे शव मिला है. शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं. शनिवार को पिताजी से बातचीत हुई थी. सेवक खाना खिलाकर घर चला गया था. परिजन ने महंत की हत्या की आशंका जताई है. घटना को लेकर ग्रमीणों में काफी आक्रोश है. वह आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
एएसपी ने क्या कहा?
मामले में एएसपी सहरियर अख्तर ने बताया कि सुबह सूचना मिली थी कि बहादुरपुर गांव में स्थित राम जानकी मठ के महंत गायब हैं. घर से कुछ दूरी पर उनका शव नदी के किनारे मिला है. पहली नजर में मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है. वैज्ञानिक तरीके से मामले की जांच की जा रही है. आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.