राजस्थान के भीलवाड़ा की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. जहां तीन लोगों की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने दीपक नायर को गिरफ्तार किया है. दीपक ने एक ही दिन में अपने दो दोस्तों व मंदिर के चौकीदार की बेरहमी से हत्या करके मौत के घाट उतारा था. साइको किलर दीपक नायर पेशे से इंजीनियर है. पुलिस जांच और आरोपित से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं.
पुलिस जांच में सामने आया कि अंधविश्वास में दीपक ने दोस्तों और चौकीदार को मौत के घाट उतारा था. दीपक को शक था कि संदीप और मोनू ने उस पर काला जादू किया है. साथ ही उसने अय्यपा मंदिर के पुजारी पर टोना-टोटका करने का आरोप लगाया था.
जानकारी के मुताबिक अय्यपा मंदिर के चौकीदार मलाण निवासी लालसिंह रावणा राजपूत की मंदिर में घुसकर बेरहमी से हत्या करने के बाद प्राइवेट पार्ट काट देने के मामले में दीपक नायर को गिरफ्तार किया गया था. जब पुलिस उसे उसके घर लेकर गई तो वहां से उसके दो दोस्तों का भी शव बरामद हुआ. प्रताप नगर थाने के पीछे न्यू बापूनगर में रहने वाले दीपक से कत्ल को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. अब तक की जांच और पूछताछ में सामने आया कि दीपक केरल का निवासी है और उसका जन्म भीलवाड़ा में ही हुआ था. उसके माता-पिता का निधन हो चुका है.
आरोपित दीपक ने आईआईटी की थी. वर्तमान में वो देश की नामी मोबाइल कंपनी में पेशे से इंजीनियर है. कंपनी ने उसको चित्तौडग़ढ़ जिले के निम्बाहेड़ा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी रखी है. उसका मासिक वेतन भी 70 से 80 हजार रुपए के आसपास है. माता-पिता के निधन के बाद दीपक अकेले ही न्यू बापूनगर स्थित मकान में रहता था. आरोपित से जब चौकीदार के कत्ल के बारे में पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि उसे नहीं पता कि वो कैसे, अय्यपा मंदिर पहुंच गया.
वहीं, पुलिस ने दीपक से जब दोनों दोस्तों को मारने का कारण पूछा तो आरोपित ने कहा कि इन लोगों ने उसके घर पर जादू-टोना कर दिया था. इसलिए दोनों को मार दिया. आरोपित ने कबूल किया कि कत्ल से पहले उसने दोनों ही दोस्तों के साथ मिलकर शराब पी थी. इसके बाद वारदात को अंजाम दिया. हालांकि पुलिस का मानना है कि आरोपित पुलिस को इस तरह की बातें बताकर गुमराह करने का भी प्रयास कर सकता है.
पुलिस को दीपक के घर में मिले दो शवों के पास टूटी हुई लकड़ी मिली है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि आरोपित ने डंडों से दोनों के सिर पर वार किए थे. जिससे ज्यादा खून बहने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. आरोपित ने इस दौरान धारदार हथियार से इनके प्राइवेट पार्ट भी काट दिए
पुलिस सूत्रों की माने तो शवों के आस-पास जले हुए कपड़े भी मिले हैं. शरीर पर कुछ जलने के निशान भी हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि दीपक नायर ने हत्या के बाद दोनों के शवों को मकान में ही जलाने की भी कोशिश की, लेकिन शव नहीं जल पाए.
डीएसपी सिटी मनीष बडगुर्जर ने बताया कि साइको किलर दीपक नायर केरल का रहने वाला है. उसके खिलाफ पहले से छह से सात केस पुलिस थानों में दर्ज हैं. हालांकि पुलिस के सामने अब कई सवाल खड़े हो गए हैं. पुलिस अधिकारियों की माने तो दीपक किसी और को तो नहीं मारा है? इसकी जांच के लिए पुलिस की एक टीम गठित की गई है, जो उसके नजदीकी लोगों के साथ ही जहां-जहां और जिन लोगों के बीच उसकी जान-पहचान थी, उनसे जानकारी जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
6 आपराधिक मामले हैं दर्ज
दीपक नायर पर भीलवाड़ा और केरल में छह आपराधिक मामले दर्ज हैं. 2015 में उसने प्रताप नगर थाने में पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी. जहां 10 पुलिसकर्मियों ने मिलकर उसे काबू में किया था. 2020 में एक कार शोरूम से ट्रायल के बहाने कार लेकर वो फरार हो गया था.
दीपक नायर पेशे से इंजीनियर है और इंजीनियर से एक साइको किलर बनने की चौंकाने वाली कहानी ने सभी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. 23 अप्रैल की रात दीपक ने सुभाष नगर स्थित अय्यप्पा मंदिर में तैनात गार्ड लाल सिंह रावण की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. शव के गले पर उसका कटा हुआ प्राइवेट पार्ट रख दिया था. इसके कुछ ही घंटे बाद दीपक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. 24 अप्रैल को जब पुलिस उसके घर की तो वहां उसके दो दोस्तों के शव पड़े हुए मिले. उनकी हत्या भी ठीक उसी तरह से की गई थी.