बीते दिन महाकुंभ क्षेत्र में निरंजनी अखाड़े का भव्य छावनी प्रवेश हुआ, जिसमें गाजे-बाजे, तलवारों और त्रिशूलों के साथ संतों की झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया. इस विशेष मौके पर एक और अद्वितीय घटना हुई, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. इस छावनी प्रवेश में शामिल हुआ एक मुस्लिम बैंड जिसका नाम है “आजाद बैंड”.
मुस्लिम बैंड की महाकुंभ में भागीदारी
आजाद बैंड के प्रोपराइटर मोहम्मद इकबाल अहमद ने इस आयोजन में शामिल होने को अपने जीवन का एक विशेष अवसर माना. उन्होंने कहा कि उन्हें गंगा मईया का आशीर्वाद मिल रहा है और इस आयोजन में भाग लेने के लिए वह बेहद खुश हैं. महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन में एक मुस्लिम बैंड का हिस्सा बनना, एकता और सद्भावना का प्रतीक है. खासकर जब देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच मतभेद की चर्चाएं हो रही हैं.
इस पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने भी खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि मुस्लिम हमारे भाई हैं और कट्टरपंथी ताकतों से बचने की जरूरत है. महंत रविंद्र पुरी ने इस आयोजन को एकता की मिसाल बताते हुए ये कहा कि धर्म और समाज के बीच भेदभाव को खत्म करने के लिए ऐसे आयोजनों की जरूरत है. महाकुंभ में इस बार के छावनी प्रवेश में कई बैंडों ने भाग लिया है, जिनमें से अधिकांश गैर-हिंदू समुदाय से हैं. इन बैंडों को श्रद्धा और खुले दिल से महाकुंभ में आमंत्रित किया गया है जो इस आयोजन की विविधता और एकता को प्रदर्शित करता है.