रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के बेगमगंज की मकबरा मस्जिद में अलविदा की नमाज के समय चाकूबाजी हो गई। विवाद वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज अदा करने को लेकर हुआ।
नमाज अदा कर रहे एक पक्ष ने मस्जिद के राजनीतिक उपयोग का विरोध किया, तो दूसरे पक्ष के लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया। इसमें चार लोग घायल हुए हैं। घटना शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे नमाज के दौरान मकबरा मस्जिद में हुई।
उप निरीक्षक राजकुमार सिंह चौधरी ने बताया कि मुस्लिम त्योहार कमेटी के अध्यक्ष शकील अहमद और एक युवक सैयद सावेश अली के बीच काली पट्टी बांधने को लेकर विवाद हो गया। शकील अहमद न सावेश अली से सवाल किया कि उसने पट्टी बांधने से पहले त्योहार कमेटी से अनुमति क्यों नहीं ली?
काली पट्टी बांधने को लेकर विवाद
सावेश ने बताया कि उसने उलेमाओं की अपील पर पट्टी बांधी थी। यह कहासुनी जल्द ही हाथापाई में बदल गई। इसी दौरान वहां मौजूद शकील अहमद और उसके भाई लईक पठान व नवेद पठान ने चाकू-छुरी से हमला कर दिया। इसमें सैयद नवेद अली, सैयद अहद अली, सैयद शारिक अली और सावेश अली घायल हो गए।
घायलों में सैयद नवेद अली की हालत गंभीर होने पर उसे रायसेन जिला अस्पताल भेज दिया गया। शेष तीन का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
देर से पढ़ी गई नमाज
नमाज शुरू होने से पहले चाकूबाजी से मस्जिद में भगदड़ मच गई। घायलों के खून से मस्जिद का फर्श लाल हो गया। इससे अलविदा की नमाज करीब एक घंटे बाद अदा की गई।
आरोपियों को किया गिरफ्तार
बेगमगंज के थाना प्रभारी राजीव उइके ने बताया कि सैयद सावेश अली की शिकायत पर शकील अहमद पठान, लईक पठान और नवेद पठान के खिलाफ धारा 296, 115(2), 118(1), 351(2) और 3 (5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। तीनों आरोपितों को हिरासत में लिया गया है।