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मुजफ्फरनगर: नकली यूरिया बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, 5 शातिर गिरफ्तार

 

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मुजफ्फरनगर: रातों-रात अमीर बनने के चाह में गाड़ियों में प्रयुक्त यूरिया बनाने की फैक्ट्री लगाकर समाज के दुश्मन गाड़ियों के ही दुश्मन बन बैठे. शहर कोतवाली पुलिस ने गाड़ियों में प्रयोग होने वाले नकली यूरिया बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए पांच शातिर नक्कालों को गिरफ्तार किया है.

शुक्रवार को एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया है कि, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देश पर नकली सामान बनाकर लोगों के बीच खपाने वाले समाज के दुश्मनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान मिली सूचना के बाद सामने से आ रहे एक टेंपो को रुकवाया, जिसमें चार लोग सवार थे और टेंपो में टाटा मोटर्स एवं आईसर मोटर्स कंपनी की यूरिया की लगभग 70 बाल्टी लदी हुई थी.

पूछताछ किए जाने पर पता चला कि, टेंपो में लदा हुआ माल नकली यूरिया है जो गाड़ियों में प्रयुक्त किया जाता है. पुलिस ने टेंपो से दबोचे गए लोगों की सूचना पर खांजापुर में जंगल में स्थित फैक्टरी पर छापा मार कार्यवाही करते हुए, वहां से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पकड़े गए व्यक्तियों ने अपने नाम फरीद, सनव्वर, विश्वास, सचिन तथा पारस बताएं.

वहीं पूछताछ में पारस ने बताया कि, खांजापुर के जंगल में उसकी हर्षित इंटरप्राइजेज के नाम से डाओनेड वाटर बनाने की फार्म है. मार्केट में टाटा मोटर्स डीजल एग्जास्ट एवं आईसर ईको मैक्स कंपनी के यूरिया की अधिक मांग को देखते हुए उसने अपने साथी विश्वास एवं सचिन के साथ नकली यूरिया बनाने की फैक्ट्री लगा डाली, और नकली यूरिया की पैकिंग के लिए बारकोड, बाल्टी, ढक्कन एवं हैंडल आदि का इंतजाम दिल्ली से कर लिया. पारस ने बताया है कि वह दिल्ली से खरीद कर लाई गई बाल्टियों में नकली माल भरकर उसके ऊपर टाटा मोटर्स एवं आईसर का लेवल बारकोड आदि लगाकर बाजार में बेच देते हैं.

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