राष्ट्रीय अभियान मेरा रेशम मेरा अभिमान के अंतर्गत विगत दिवस 11 सितम्बर 2025 को जशपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इसमें भेलवा में कोकून की कटाई एवं संभाल पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसमें सही समय पर कटाई, कोकून की छंटाई, माला बनाना तथा ग्रेडिंग जैसे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 60 किसानों ने भाग लिया और अपनी समस्याओं पर प्रश्न पूछे। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. निधि सुखिजा द्वारा श्याम कुमार, ए.डी.एस., जशपुर के सहयोग से किया गया। इसमें सी. आर. यादव, वन परिक्षेत्र अधिकारी तथा जेवियर टोको, क्षेत्रीय अधिकारी (रेशम) ने भी सहभागिता की। भेलवा क्षेत्र 32 सेरीसाइट्स एवं 750 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है और कोकून उत्पादन का हॉटस्पॉट माना जाता है।
इसी तरह बिहावल में सेरीकल्चर प्रौद्योगिकियों पर क्षेत्रीय प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम डॉ. निधि सुखिजा द्वारा श्याम कुमार, ए.डी.एस. जशपुर एवं संत कुमार यादव, डिमॉन्स्ट्रेटर के सहयोग से आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में लगभग 40 किसानों ने भाग लिया और आधुनिक तकनीकों को अपनाने तथा रीलिंग सीखने में विशेष रुचि दिखाई।
पुगराबहार में भी एक तसर क्षेत्र का भ्रमण किया गया। इस अवसर पर डॉ. निधि सुखिजा एवं श्याम कुमार, ए.डी.एस., जशपुर उपस्थित रहे। लगभग 15 पालनकर्ताओं ने सहभागिता की और तसर पालन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। किसानों को प्रेरित करने हेतु अर्जुन पौधों का वितरण भी किया गया।इन सभी कार्यक्रमों में किसानों की सक्रिय भागीदारी और उत्साह देखने को मिला, जो जशपुर को तसर कोकून उत्पादन का प्रमुख क्षेत्र सिद्ध करता है।
“मेरा रेशम मेरा अभिमान” अभियान: जिले में भेलवा, बिहावल और पुगराबहार में तसर कोकून उत्पादन पर हुई चर्चा

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