नागौर: खींवसर से भाजपा विधायक रेवंतराम डांगा का मुख्यमंत्री को लिखा पत्र वायरल होने के बाद उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने स्पष्ट किया कि यह पत्र किसी अधिकारी के स्तर पर लीक हुआ है और इस पर आवश्यक कार्रवाई की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि पत्र पर नोटिंग भी थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि किसी मंत्री का इसमें कोई हाथ नहीं है.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि बिना पर्याप्त जानकारी के किसी पर आरोप लगाना उचित नहीं है. उन्होंने कहा, “सरकार के किसी मंत्री ने ऐसा कोई कृत्य नहीं किया है. गजेंद्र सिंह ने पत्र वायरल नहीं किया और ज्योति मिर्धा ने ऐसा कब कहा, इसकी मुझे जानकारी नहीं है. अगर ऐसी कोई बात आती है तो इस पर विचार किया जाएगा.”
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
गौरतलब है कि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि पत्र वायरल करने में पार्टी के ही किसी सदस्य की भूमिका हो सकती है. इसके बाद चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का नाम इस विवाद से जोड़ा जाने लगा.
मदन राठौड़ के बयान के अनुसार, विधायक डांगा का पत्र वायरल होने में किसी अधिकारी की भूमिका सामने आई है। इस खुलासे के बाद नागौर जिले के प्रशासनिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, इस विवाद का असर आगामी तबादला सूचियों में देखने को मिल सकता है.