नालंदा : नालंदा जिले के पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार देर रात जीएनएम नर्सों ने पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन अस्पताल के ओपीडी सेवा कैंपस में हुआ, जिससे ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित रहीं। नर्सों का कहना है कि उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भी पूरी निष्ठा से सेवाएं दी थीं, लेकिन 11 वर्षों की सेवा के बाद भी उन्हें सेवा संतुष्टि और पेंशन का लाभ नहीं मिला है.
नर्सों ने आरोप लगाया कि प्रशासन सेवा संतुष्टि के बिना एमएसपी का लाभ नहीं देने का दबाव बना रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी मांगों को पूरा करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें केवल भरोसे दिए जाते हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नर्सों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी होना जरूरी है ताकि वे आर्थिक और मानसिक रूप से सुरक्षित महसूस कर सकें.
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नालंदा जिले से 30 नर्सों को बुलाकर सेवा चलाने की व्यवस्था की गई है. साथ ही बीएससी नर्सिंग और जीएनएम के छात्रों का रोस्टर भी बनाया गया है. हालांकि, नर्सों का कहना है कि पहले नाइट और इवनिंग शिफ्ट में छात्र सेवा नहीं देते थे, जबकि अब पूरे जिले से छात्रों को बुलाकर काम कराया जा रहा है. इसके बावजूद अस्पताल की सेवाएं बाधित हो रही हैं. प्रशासन और नर्सों के बीच संवाद की आवश्यकता है ताकि मरीजों की देखभाल सुचारु रूप से जारी रह सके.