भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर बढ़ रहे हैं. एक्सिओम स्पेस ने X पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें शुभांशु ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा का रोमांचक अनुभव बताया. शुभांशु ने कहा कि लॉन्च वाले दिन ड्रैगन कैप्सूल में बैठे-बैठे 30 दिन के क्वारंटीन के बाद मैं बस ये सोच की ये जल्दी निकले.
बहुत ज्यादा प्राउड फील कर रहा हूं. कंधे पर तिरंगा ये बता रहा था कि सभी देशवासी मेरे साथ है. भारत के ह्यूमन स्पेसफ्लाइट के लिए बड़ा कदम है. आप सभी लोग मेरे साथ प्राउड फील करिए. मेरे जरिए आप भी इस यात्रा का पूरा आनंद लीजिए. शुभांशु ने ये बातें ड्रैगन कैप्सूल से कही स्पेस स्टेशन जाते समय कही.
एक्सिओम-4 मिशन में शुभांशु पायलट के रूप में शामिल हैं. उनके साथ क्रू में कमांडर पेगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोश उज्नांस्की-विश्निव्स्की (पोलैंड) और टिबोर कपु (हंगरी) हैं. शुभांशु ने अंतरिक्ष से पहला संदेश भेजा- नमस्ते मेरे प्यारे देशवासियों, क्या सवारी थी! 41 साल बाद हम फिर अंतरिक्ष में हैं.
Ax-4 Mission | In-Flight Update https://t.co/Lqu0QiGGrA
— Axiom Space (@Axiom_Space) June 26, 2025
शुभांशु शुक्ला हंसते-खेलते iss की ओर बढ़ रहे हैं, और उनकी यात्रा का अनुभव पूरे भारत को गर्व से भर रहा है. x पर @axiom_space की पोस्ट में उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में तैरने और पृथ्वी की सुंदरता देखने का मजा साझा किया. शुभांशु ने कहा कियह मेरी यात्रा नहीं, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है.
वर्तमान स्थिति
यान iss से 400 मीटर की दूरी पर है और शाम 4:30 बजे IST डॉकिंग के लिए तैयार है. ड्रैगन 28,000 किमी/घंटा की रफ्तार से 418 किमी ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है. X पर @Axiom_Space ने लिखा, “Ax-4 मिशन | इन-फ्लाइट अपडेट: क्रू मजबूत और उत्साहित है.”
#WATCH | #AxiomMission4 का संचालन कर रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन सुभांशु ने अंतरिक्ष में अपनी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "अंतरिक्ष से नमस्कार! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर रोमांचित हूं।"
एक खिलौना हंस को लेकर उन्होंने कहा कि भारतीय… pic.twitter.com/JiChRCgrcQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2025
शुभांशु ने बताया कि अंतरिक्ष यात्रा उनके लिए एक सपने जैसा अनुभव है. उन्होंने कहा, “लॉन्च के बाद जब मैंने पृथ्वी को नीचे से देखा, तो ऐसा लगा जैसे कोई चित्रकार ने नीला और हरा रंग मिलाकर एक कैनवास बनाया हो. माइक्रोग्रैविटी में तैरना मजेदार है, लेकिन शुरुआत में थोड़ा अजीब लगा.” उनके शब्दों में हल्की हंसी और उत्साह साफ दिख रहा था.
शुभांशु ने बताया कि लॉन्च के 10 मिनट बाद जब ड्रैगन यान रॉकेट से अलग हुआ, तो मैंने खिड़की से सूरज की चमक और तारों को देखा. यह मेरे लिए अविश्वसनीय था. उन्होंने कहा कि मैंने अपने क्रू के साथ हंसी-मजाक किया और योग की कुछ मुद्राएं आजमाईं. शुभांशु ने बताया कि वे दीवारों पर तैरते हुए हैंडल पकड़कर काम कर रहे हैं.
शुभांशु ने कहा किपानी की पाउच को स्ट्रॉ से पीना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन मजेदार भी है. शुभांशु ने बताया किमेरे अंतरिक्ष सूट पर तिरंगा देखकर मुझे अपने देश की 1.4 अरब जनता का साथ महसूस हो रहा है.