Madhya Pradesh: पुलिस आरक्षक भर्ती फर्जीवाड़े की जांच के दौरान चौकाने वाली स्थितियां श्योपुर पुलिस की जांच के दौरान खुलती जा रही हैं. जिसकी वजह श्योपुर एसपी वीरेन्द्र जैन सुझबूझ और उनका पुराना अनुभव है.
बता दें कि श्योपुर एसपी वीरेन्द्र जैन मध्यप्रदेश में उजागर हुए व्यापमं काण्ड की एसआईटी टीम में बतौर प्रभारी काम कर चुके हैं। इस मामले में श्योपुर पुलिस की कार्रवाई भोपाल और दिल्ली तक खासी चर्चा का विषय बनी हुई है. अब तक श्योपुर पुलिस की जांच के दौरान इस मामले में तार मध्यप्रदेश के कई शहरों सहित दिल्ली, बिहार और छत्तीसगढ़ सहित अन्य कई राज्यों राज्यों से जुड़े हुए सामने आ रहे हैं। जिसके चलते इस मामले आरोपियों की संख्या बढ़ती जा रही है। लालू रावत निवासी थरा के रूप में श्योपुर पुलिस ने इस मामले में एक और आरोपी का नाम शामिल कर लिया है। बता दें कि श्योपुर पुलिस ने अब तक इस मामले में 14 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है, जिनमें से 11 को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन अभी कुछ आरोपी फरार हैं, जिन्हें दबोचने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है.
इस मामले में एसपी वीरेन्द्र जैन का कहना है कि ये पूरा नेटवर्क केवल मप्र तक सीमित नहीं है। अब तक की जांच में पता चला है कि इस फर्जीवाड़े की जड़ें बिहार, छत्तीसगढ़ और दिल्ली तक फैली हैं। इन सभी राज्यों से पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार करके श्योपुर ला चुकी है। नामजद होने के बाद जो आरोपी फरार है, उन पर इनाम घोषित कर दिए गए है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमे संभावित ठिकानों पर दबिश के लिए भेजी गई है.
कौन है लालू रावत जिसका नाम इस फर्जीवाड़े में उजागर हुआ है
पुलिस की जांच में एक और नाम शामिल हुआ है.जिसका नाम लालू रावत है. लालू रावत मूलतः थरा गांव का निवासी है.और मास्टरमाइंड अभिताभ रावत निवासी टुंडीला जिला मुरैना का राइट हैंड है. और लालू रावत अभिताभ रावत का भांजा है. सॉल्वरों ने लालू रावत का नाम उजागर किया है.लालू रावत आधार सेंटरो पर कैंडिटेड को लेकर जाता था. आधार सेंटरो के संचालकों को मोटी रकम यही लालू रावत देता था इसके अलावा सॉल्वरों के आने जाने खाना पीने से लेकर ठहरने की व्यवस्था भी करता था. जो सॉल्वर थे उनको पैसे देने का काम भी यही लालू रावत करता था. जिसकी तलाश पुलिस अब कर रही है.
एसपी बोले पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी,इनाम भी घोषित किया है
एसपी बीरेंद्र जैन ने बताया कि श्योपुर पुलिस ने अब तक 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।जिसमें से 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.कुछ आरोपी अभी फरार है.इसमें लालू रावत का नाम सॉल्वरों के द्वारा लिया गया है. जो अभिताभ रावत का भांजा है. लालू रावत सॉल्वरों को लेकर आधार सेंटरो पर जाता था और यह मोटी रकम उन आधार सेंटर संचालकों को देता था. सॉल्वरों को ठहराने खाना पीने की व्यवस्था यहीं करता था.और सॉल्वरों को पैसे देने का काम भी लालू रावत ही करता था. अभिताभ रावत का राइट हैंड था. इसको भी आरोपी बनाया गया है. जिसकी तलाश पुलिस के द्वारा की जा रही है.