पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार आरोपी रामबाबू यादव ने पुलिस के सामने कई अहम खुलासे किए हैं. आरोपी ने कहा कि उसे धमकी देने के लिए सांसद पप्पू यादव के करीबी राजेश यादव ने कहा था और इसके लिए प्रलोभन भी दिया गया था.
आरोपी रामबाबू यादव ने पप्पू यादव के सहयोगी राजेश यादव का नाम लेते हुए कहा कि उसी ने प्रलोभन देकर धमकी वाला वीडियो बनवाया था और वीडियो वायरल करने की बात कही थी.
धमकी मामले में पप्पू यादव के करीबी का नाम आया सामने
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरोपी रामबाबू यादव ने जांच के दौरान कई खुलासे किए हैं जिस पर अनुसंधान का काम चल रहा है. अधिकारी ने कहा कि उसके बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा.
एसपी ने बताया कि आरोपी रामबाबू यादव ने बयान में सांसद के करीबी राजेश यादव की संलिप्ता की बात स्वीकार की है. हालांकि यह राजेश यादव कौन है, इसका स्पष्ट खुलासा उन्होंने नहीं किया है. अधिकारी ने कहा कि अभी इसकी जांच की जा रही है इसलिए बहुत कुछ नहीं बताया जा सकता.
वहीं सांसद को धमकी दिए जाने के मामले में अब पुलिस कॉल डिटेल्स और वैज्ञानिक साक्ष्यों को खंगाल रही है. पूर्णिया के एसपी ने कहा कि सांसद को जो भी धमकी मिली है उसमें किसी में भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग की कहीं संलिप्तता नहीं पाई गई है.
धमकी के मामले लॉरेंस गैंग की कोई भूमिका नहीं: एसपी
बता दें कि धमकी के इस मामले में एसपी कार्तिकेय के शर्मा के खुलासे के बाद पप्पू यादव पूर्णिया पुलिस पर भड़क गए थे. गिरफ्तार हुए शख्स ने स्वीकार कर लिया था कि पप्पू यादव के करीबी लोगों के कहने पर उसने ऐसा किया था कि ताकि सांसद को सुरक्षा मिल सके. इसके लिए उसे रुपये भी दिए गए थे और पार्टी में पद का लालच भी दिया गया था.
इस खुलासे के बाद अब पप्पू यादव ने पुलिस से पूछा था कि उन्हें जो पाकिस्तान, मलेशिया और नेपाल से 26 इंटरनेशनल कॉल आई थीं, इसको लेकर उन्होंने 150 ऑडियो क्लिप और 200 मैसेज पुलिस को सौंप दिए थे उसका खुलासा क्यों नहीं किया जा रहा है. इस पर पूर्णिया के एसपी ने बताया कि ये व्हाट्सऐप नंजर जरूर विदेश में रजिस्टर्ड कराए गए थे लेकिन इनसे देश में रहकर ही कॉल किया गया था और अब इनमें से ज्यादातर नंबर बंद हैं जिनकी जांच चल रही है.
पप्पू यादव ने की है सीबीआई जांच की मांग
पप्पू यादव ने पुलिस से कहा था, ‘हम पुलिस से पूछना चाहते हैं कि बचे हुए 24 कॉल का क्या हुआ. पाकिस्तान और मलेशिया से आईं कॉल का क्या हुआ. जब पुलिस का दावा है कि उनके पास दो और वीडियो हैं, तो मैं चाहता हूं कि आरोपी के मोबाइल की कॉल डिटेल जनता के सामने लाई जाए. दोनों वीडियो सार्वजनिक क्यों नहीं किए जा रहे? मास्टरमाइंड का नाम क्यों नहीं बताया जा रहा?’ इसके बाद पप्पू यादव ने इस मामले में हाई कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की थी.