बिलासपुर में नवरात्र पर्व की सप्तमी पर रातभर माता के दर्शन के लिए भक्तों की लाइन लगी रही। रतनपुर की मां महामाया का दरबार साल भर में एक दिन सप्तमी के ही दिन 24 घंटे खुला रहता है। यहां हजारों श्रद्धालु पैदल यात्रा कर मां के दरबार पहुंचे।
वहीं, शहर के अन्य मंदिरों और पंडालों में भी यही नजारा देखने को मिला जहां भक्त दर्शन के लिए पहुंचे थे। इसके अलावा अरपा तट पर लेजर शो दिखाया गया, झांकियां निकाली गई और मेले में खूब भीड़ रही। मंदिरों में दर्शन का सिलसिला सुबह 4 बजे तक चला।
जय माता दी के जयकारों के साथ निकला जत्था
महामाया देवी दर्शन करने के लिए शाम से ही पदयात्रियों का जत्था जय माता दी के जयकारों के साथ निकलता रहा। भक्तों के लिए महामाया देवी का दरबार रात भर खुला रहा। यहां दर्शन के लिए सुबह तक भक्तों की कतार लगी रही।
मंदिरों में मां के जयकारों से गूंजा वातावरण
नवरात्र पर्व पर शहर में दुर्गा पंडाल और झांकियां देखने के लिए रात भर लोगों की भीड़ लगी रही। हर गली-मोहल्ले, चौराहे और मंदिर में भक्ति की रोशनी से जगमगा रही है।
जहां एक ओर भव्य पंडालों में सजीव प्रतिमाओं और आकर्षक लाइटिंग और सजावट के बीच श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है, वहीं मंदिरों में मां के जयकारों से वातावरण गूंज उठा है।
सप्तमी पर देर रात तक मां के दर्शन करने भक्तों की भीड़ उमड़ती रही। मां महामाया मंदिर, भैरव बाबा मंदिर, तिफरा काली मंदिर, जरहाभाठा दुर्गा मंदिर, हरदेव लाल मंदिर तक श्रद्धालुओं का हुजूम लगातार दर्शन के लिए पहुंचता रहा।
शहर से लेकर सेंदरी हाईवे तक लगा भंडारा
भक्तों की सुविधा के लिए सप्तमी पर मां महामाया मंदिर का दरबार पूरी रात दर्शनार्थियों के लिए खुला रहा, जिसमें हजारों भक्तों ने दर्शन किए। इधर बिलासपुर से करीब 25 किमी दूर स्थित मां महामाया मंदिर के दर्शन के लिए सैकड़ों भक्त पदयात्रा पर निकले।
पदयात्रा के पूरे मार्ग पर स्थानीय लोगों ने जगह-जगह श्रद्धालुओं की सेवा की। कहीं भोग और प्रसाद वितरित किया गया, तो कहीं भंडारा और पानी की व्यवस्था की गई। भक्तों के इस उत्साह ने पूरे मार्ग को आस्था और सेवा की धारा में बहा दिया।
बिलासपुर के इन इलाकों में सबसे ज्यादा भीड़ रही
दूसरी तरफ शहर में जगह-जगह बने पंडाल और आकर्षक झांकियों के साथ देवी मां का दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम सड़क पर निकला। इस दौरान शहर के हर जगह पर लोगों की भीड़ नजर आई। श
शहरवासी पूरी रात घूम-घूम कर तिलक नगर से लेकर रेलवे परिक्षेत्र, तोरवा, मोपका, राजकिशोर नगर, सरकंडा के साथ ही तेलीपारा, गोलबाजार, जूना बिलासपुर, दयालबंद,
गोंड़पारा, मध्यनगरी चौक, मसानगंज सहित जगह-जगह सजे आकर्षक पंडालों में विराजित देवी मां का दर्शन करने के लिए पहुंचते रहे। सुबह 4 बजे तक पंडालों में लोगों की भीड़ लगी रही।