राजनांदगांव : जिले के धर्म नगरी डोंगरगढ़ में विराजित विश्व प्रसिद्ध मां बमलेश्वरी देवी के दरबार में 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्र पर्व का समापन भव्य ज्योत कलश विसर्जन के साथ संपन्न हुआ…. जहां नवमी के अवसर पर माता के दरबार में प्रज्वलित किए गए भक्तों के द्वारा मनोकामना ज्योत कलश का विसर्जन प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी पूरे विधि विधान के साथ प्राचीन महावीर मंदिर तालाब में किया गया.
आपको बता दें कि हर नवरात्र में नवमी के शुभ अवसर पर मां बमलेश्वरी के दरबार में भक्तों के द्वारा जलाए गए मनोकामना ज्योत का विसर्जन महिलाओं के द्वारा सर पर रखकर भव्य शोभायात्रा के माध्यम से किया जाता है जिसे देखने के लिए नवमी की देर रात बड़ी में माता के भक्त पहुंचते हैं.
वही ज्योत कलश के विसर्जन के दौरान मां बमलेश्वरी मंदिर में प्रचलित किए गए माई ज्योत का मिलन शीतला मंदिर के माई ज्योत से होता है इसके बाद दोनों ही मंदिरों के ज्योत महावीर मंदिर प्रांगण पहुंचते हैं और महावीर मंदिर तालाब में आस्था के ज्योत का विसर्जन किया जाता है.
ज्योत विसर्जन कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि ज्योत विसर्जन शोभा यात्रा के दौरान जब महिलाएं अपने सर पर ज्योत रख कर विसर्जन के लिए निकलती है तब मां बमलेश्वरी मंदिर और प्राचीन महावीर मंदिर तालाब के बीच पड़ने वाले हावड़ा मुंबई रेल लाइन पर ट्रेनों के संचालक को भी रेल प्रशासन के द्वारा रोक दिया जाता है.ताकि माता के ज्योत विसर्जन का कार्य निर्विघ्न शांतिपूर्ण तरीके से पूरा किया जा सके..