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नवरात्र- काशी में निर्मित चुनरियों की बढ़ी मांग, सजेंगे पूर्वांचल समेत बिहार, झारखंड और नेपाल के देवी मंदिर

Varanasi: शारदीय नवरात्र में चुनरियों की बढ़ी मांग, देश के साथ-साथ जाएंगी विदेश में काशी में निर्मित चुनरी पूर्वांचल समेत बिहार, झारखंड और नेपाल के देवी मंदिरों में चढ़ाई जाएगी.

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आम दिनों की अपेक्षा शारदीय नवरात्र में इसकी मांग बढ़ जाती है. काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल नगर के उपाध्यक्ष किशन जायसवाल ने बताया कि नवरात्र में चुनरी का कारोबार 20-25 करोड़ का होता है. उन्होंने बताया कि पहले हम सूरत और अन्य राज्यों से चुनरी मंगवाते थे. लेकिन अब जरी वाली चुनरी छोड़कर ज्यादातर काशी में बन रही हैं. थोक विक्रेता सूरत से सिंथेटिक और कॉटन के कपड़े मंगवाकर महिलाओं से छोटी-बड़ी साइज की चुनरी तैयार करा रहे हैं. नारियल बाजार में चुनरी के 7-8 थोक विक्रेता हैं. यह सभी कांट्रेक्टर के माध्यम से महिलाओं को काम देते हैं. ये कांट्रैक्टर महिलाओं को कपड़े और सामान पहुंचाते हैं. ऐसे में महिलाओं को रोजगार भी मिलता है. थोक विक्रेता आम दिनों की अपेक्षा नवरात्र में ज्यादा महिलाओं को चुनरी बनाने का काम देते हैं. स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के साथ आम महिलाएं भी यह काम करती हैं.

आपको बता दें  नारियल बाजार में लगभग 8 और पूरे जिले में 15-20 थोक विक्रेता हैं. सभी थोक विक्रेताओं ने 4000 से ज्यादा महिलाओं को चुनरी बनाने का काम दिया है. चुनरी बनाकर एक दिन में एक महिला लगभग 300- 400 की आमदनी कर रही हैं. गांवों की महिलाएं इसमें लगी हैं. व्यापारियों के अनुसार आर्डर के मुताबिक चुनरी की सप्लाई की जा रही है. अब तीन लाख चुनरियां नेपाल भेजी जा चुकी हैं.

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