सुकमा : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सोमवार को फिर सुरक्षा बलों का नक्सलियों से मुठभेड़ हो गया. इस नक्सल एनकाउंटर में एक नक्सली मारा गया है. मुठभेड़ खत्म होने के बाद मौके से एक पुरुष नक्सली का शव और एक बंदूक बरामद की गई है.
पामलुर गांव के पहाड़ी पर हुई मुठभेड़ : पुलिस के मुताबिक, सोमवार की शाम को भेज्जी थाना क्षेत्र के पामलुर गांव के पास जंगली पहाड़ी पर यह मुठभेड़ हुई. सुरक्षाबलों को पामलुर, डब्बाकोंटा, बुरकलंका और सिंघनमदगु गांवों में कोंटा और किस्टाराम क्षेत्र समितियों से जुड़े माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली. इसके बाद रविवार रात को सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. अभियान में राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) के जवान शामिल थे.
नक्सली का शव और बंदूक बरामद : नक्सल विरोधी अभियान के लिए निकली सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम सोमवार की शाम पामलुर गांव के पास जंगली पहाड़ी पर पहुंची. तभी नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरु कर दी. जवानों ने फौरन मोर्चा संभाला और जोरदार जवाबी कार्रवाई की. गोलीबारी बंद होने के बाद घटनास्थल से एक पुरुष नक्सली का शव और एक बंदूक बरामद की गई. अधिकारी ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है.
पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड़ के साथ ही सुकमा समेत सात जिलों वाले बस्तर संभाग में इस साल हुए अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 189 नक्सलियों को मार गिराया है. 4 अक्टूबर 2024 को सुरक्षा बलों ने नारायणपुर दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर 31 नक्सलियों को मार गिराया था. छत्तीसगढ़ राज्य गठन के 24 साल बाद से किसी एक अभियान में माओवादियों की यह सबसे बड़ी मौत थी.