मुंगेर: पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने जानकारी दी कि 5 जुलाई को मुंगेर के राजासराय जंगलों में चलाए गए विशेष अभियान और लगातार हो रही दबिश के कारण नक्सलियों पर भारी दबाव बना है. बिहार पुलिस और एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दो लाख रुपये के इनामी और 10 वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली भोला कोरा उर्फ विकास दा उर्फ रोहित कोरा ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
भोला कोरा के आत्मसमर्पण को राज्य सरकार की नक्सलियों के लिए समर्पण एवं पुनर्वास नीति की सफलता के तौर पर देखा जा रहा है. आत्मसमर्पण के बाद पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों ने उसे अंगवस्त्र और फूलमाला देकर सम्मानित किया।
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने जानकारी दी कि 5 जुलाई को मुंगेर के राजासराय जंगलों में चलाए गए विशेष अभियान और लगातार हो रही दबिश के कारण नक्सलियों पर भारी दबाव बना है. विशेषकर कर्मंत्री और सबासिन सिंह के जंगलों में चलाए गए सघन तलाशी अभियान से नक्सल संगठन में हड़कंप मच गया है.