दंतेवाड़ा : पुलिस ने नीलवाया क्षेत्र के गांव बुरगुम में नक्सली होने की सूचना पुलिस को मिली थी. जिसके बाद डीआरजी बस्तर फाइटर्स की टीम नक्सल गश्त सर्च अभियान और एरिया डोमिनेशन की कार्रवाई के लिए रवाना हुई. सर्चिंग के दौरान ग्राम बुरगुम के पास एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस बल को देखकर छिपने की कोशिश करने लगा. पुलिस बल ने संदिग्ध व्यक्ति को घेराबंदी करके पकड़ा.जब पुलिस ने संबंधित शख्स से पूछताछ की तो उनके होश उड़ गए.
कौन था गिरफ्त में आया संदिग्ध : संदिग्ध से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम आयता मरकाम बुरगुम निवासी नंदापारा थाना अरनपुर होना बताया. टीम ने आयता मरकाम के पकड़े जाने की सूचना अफसरों को दी. इसके बाद डीआरजी दफ्तर में संदेही को लाकर विस्तृत पूछताछ की गई.जिसमें उसने बताया कि वो नक्सली दल का सक्रिय सदस्य है. जो अरनपुर IED ब्लास्ट, विधानसभा चुनाव के दौरान IED लगाना, पुलिस बल पर हमला, ग्रामीणों की जनदालत में हत्या जैसी 08 अपराधों में शामिल रह चुका है.जिसके बाद पुलिस ने नक्सली को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया.जहां से आयता मरकाम को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पांच लाख के इनामी ने भी डाले हथियार : लोन वर्राटू अभियान के तहत पांच लाख के इनामी नक्सली हुर्रा कुंजाम ने हथियार डाल दिए. सरेंडर करने वाला इनामी नक्सली कुंजाम पीपीसीएम रैंक के उत्तर सब जोनल ब्यूरो के राजनैतिक टीम का कमांडर था. नक्सली ने सरकार की शुरु की गई. लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया. सरेंडर करने वाला नक्सली लंबे वक्त से नक्सली संगठन से जुड़ा रहा है. दंतेवाड़ा के कई थाना क्षेत्र में वो सक्रिय भी रहा है.